नई दिल्ली . दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने सभी विभागों को प्रदूषण की रोकथाम को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए. शुक्रवार शाम उप राज्यपाल ने पर्यावरण मंत्री गोपाल राय व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की.

हालांकि, दिल्ली से बाहर होने की वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रदूषण को लेकर हुई इस अहम बैठक में शामिल नहीं हो सके. राजनिवास के मुताबिक, उप राज्यपाल ने दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक में लगातार हो रही वृद्धि पर चिंता जताई.

अहम उपाय किए जाएंगे बैठक में राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए छह सूत्रीय अंतरिम उपाय करने का फैसला लिया गया. इसमें कहा गया कि सभी सरकारी विभाग और एजेंसियां प्रदूषण की रोकथाम को अपनी प्राथमिकता में शामिल करेंगे.

महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल हों अधिकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल होने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि उप राज्यपाल से निवेदन किया गया है कि वे अधिकारियों को निर्देश दें कि वे सभी महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल हों, ताकि प्रदूषण की रोकथाम संबंधी कदमों को सख्ती से लागू कराया जा सके.

● मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग, पानी के छिड़काव, एंटी स्मोग गन के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल पर जोर रहेगा. जरूरी हो तो दो शिफ्ट में इनका इस्तेमाल किया जा सकता है

● एलजी ने एक दीर्घकालिक स्थायी कार्ययोजना बनाने पर बल दिया, जिसे मौजूदा आपातकालीन स्थिति को समाप्त होने के बाद ईमानदारी से लागू किया जा सके

● पराली जलाने से रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों खासतौर पर पंजाब से अपील की जाए. वहीं, स्वास्थ्य विभाग सभी लोगों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराए.

● पर्यावरण विभाग लोगों को बच्चों और बुजुर्गों की अतिरिक्त देखभाल की सलाह दी. जहां तक संभव हो लोग प्रदूषण से बचने के लिए घर में ही रहें

● लोगों से अपील की गई कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें. यदि आवश्यक हो तो सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, ताकि वाहनों की संख्या में कमी आए

● केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा ग्रैप के संबंध में जारी सभी उपायों को सख्ती से लागू करने का भी फैसला भी बैठक में लिया गया