राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। उज्जैन के नए मास्टर प्लान (Ujjain new master plan) के तहत सिंहस्थ मेला (Simhastha Mela) क्षेत्र की 100 एकड़ से अधिक जमीन पर कॉलोनी बनाने के निर्णय का ‘राजनीतिक अखाड़ा’ बन गई है। अखाड़ा परिषद ने नए मास्टर प्लान का विरोध करते हुए सरकार के सामने तीखा विरोध किया है। अखाड़ा परिषद ने प्रशासन के फैसले के विरोध में सभी साधु-संत से एकजुट होने का आव्हान किया है। वहीं कांग्रेस ने निशाना साधते हुए कहा कि BJP बस अपना आर्थिक फ़ायदा देखती है। हिंदुओं को अब जागना चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे BJP सरकार उनके ख़िलाफ़ मास्टर प्लान तैयार कर रही है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस के आरोप पर करारा निशाना साधा है।

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उज्जैन के नगर पंचायत चुनाव में सिंहस्थ मेला क्षेत्र की भूमि विवाद की गूंज सुनाई दे रही है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र की लैंड यूज बदलने पर अखाड़ा परिषद ने आपत्ति जताई है।
अखाड़ा परिषद ने इसके विरोध में सरकार को पत्र लिखा है। पत्र में उज्जैन के नए मास्टर प्लान पर आपत्ति जताई है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज (National President of All India Akhara Parishad Mahant Ravindra Puri Maharaj) ने कहा कि मेला भूमि की जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है। मेला भूमि की जमीन पर कॉलोनियों का विचार चल रहा है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र की 100 एकड़ से अधिक जमीन पर कॉलोनी बनाने का प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार किया है। मास्टर प्लान-2035 पर फिर से पुनर्विचार हो। इस भूमि पर सिंहस्थ में सेटेलाइट टाउन बनी थी। स्वास्थ्य शिविर व पुलिस कैंप लगे थे। मेला भूमि पर किसी का कब्जा ना हो। मेला भूमि की जमीन पर कॉलोनी बनाने का विरोध होगा। इसके लिए साधु संत एक हो गए हैं।

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मास्टर प्लान में अखाड़ा परिषद की सलाह ली जाए

महाराज ने कहा कि सिंहस्थ के लिए अगले 200 साल का मास्टर प्लान बनाया जाए। सिंहस्थ की जमीन पर कॉलोनियां बन गईं हैं तो क्या आगे तोड़ी जाएंगी। हर बार सिंहस्थ के लिए हर बार अधिक भूमि की आवश्यकता होती है। आगे की प्लानिंग के अनुसार भूमि का सीमांकन किया जाए। सिंहस्थ भविष्य में भी लगता रहेगा। इसलिए इसकी जमीन आरक्षित और सुरक्षित होना चाहिए। मास्टर प्लान में अखाड़ा परिषद की सलाह ली जाए।

मास्टरप्लान को कैंसल करेः कांग्रेस

अखाड़ा परिषद के विरोध को लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष KK मिश्रा (Congress media department president KK Mishra) ने कहा कि हिंदुओं को अब जागना चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे BJP सरकार उनके ख़िलाफ़ मास्टर प्लान तैयार कर रही है। सिहंस्थ जो 12 साल में एक बार होता है वो हिन्दुओं का प्रतीक है। उस पर ही ऐसे काम करना वाक़ई शर्मनाक है। BJP के सरकार बस अपना आर्थिक फायदा देखती है इसलिए वहाँ पर उन्होंने आवाज खड़े करने का निर्णय ले लिया। अखाड़ा परिषद को तो सड़क पर उतरकर BJP के इस फ़ैसले का विरोध करना चाहिए। सरकार को अपने मास्टरप्लान को पूरा कैंसिल कर उस पर पुनर्विचार करना चाहिए। अपना फ़ायदा नहीं ब्लकि हिंदुओं का और परिषदों का फ़ायदा देखना चाहिए।

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उज्जैन में सब बाबा महाकाल की मर्ज़ी से होता हैः बीजेपी

अखाड़ा परिषद के विरोध को लेकर पूर्व सांसद और बीजेपी नेता आलोक संजर (BJP leader Alok Sanjar) ने कहा कि उज्जैन में सब बाबा महाकाल (Baba Mahakal) की मर्ज़ी से होता है। बीजेपी हमेशा विकास की ओर अग्रसर रहती है। BJP विकास का कोई भी काम करती है तो कांग्रेस को उससे परेशानी होती है। अखाड़ा परिषद साधु-संतों से ही BJP चलती है पार्टी में उनके लिए ख़ास जगह है। पार्टी उन्हें भरोसा दिलाती है की जो उन्होंने सोचा भी नहीं होगा। वैसा विकास और काम सिंहस्थ के लिए BJP उनको करके देगी।

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