रायपुर। पिछले 1 सप्ताह से एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण की अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सत्ताधारी दल के विधायकों के अलावा विपक्ष के विधायकों और सांसदों का समर्थन मिलने के बाद अब ऑल इंडिया एनएचएम कर्मचारी संघ इनके समर्थन में सामने आ गया है। ऑल इंडिया कर्मचारी संघ ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मुख्य सचिव और एनएचएम की मिशन संचालक को पत्र लिख हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को दमनात्मक बताते हुए अपना विरोध जताया है।

ऑल इंडिया एनएचएम कर्मचारी संघ ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस नहीं लिया जाता है और तीन दिन के भीतर उनकी मांगों पर समुचित कार्रवाई नहीं की जाती तो देश के सभी राज्यों में एनएचएम के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान होने वाली अव्यवस्था की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की होगी।

आपको बता दें कि एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ नियमितीकरण की मांग को लेकर 19 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इस दौरान राज्य सरकार द्वारा संघ के प्रदेशाध्यक्ष हेमंत कुमार सिन्हा समेत बड़ी संख्या में कर्मचारियों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई करने के साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने का आदेश दिया था। सरकार के इस कदम के खिलाफ आंदोलनकारियों में आक्रोश है। बड़ी संख्या में आदेश के खिलाफ कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।