रायपुर. मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि वक्फ बोर्ड की ओर से कराए गए सभी मुतवल्ली चुनाव विधिवत है. रिजवी ने कहा, मुतवल्ली चुनाव की वर्तमान प्रक्रिया पर तंज करते हुए आलोचना की जा रही है कि नए वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जस्टिस मिन्हाजुद्दीन द्वारा सम्पन्न चुनावों की वैधानिकता पर उंगली उठाने वाले पूर्व भाजपा शासनकाल के बोर्ड सदस्य एवं पूर्व मुतवल्ली हाजी मीर कादिर अली द्वारा कुछ निहित स्वार्थी तत्वों के बहकावे में आकर हाईकोर्ट में वक्फ बोर्ड के अधिकारों को चुनौती दी है, जो उस कहावत को चरितार्थ करती है कि “सूप बोले तो बोले छलनी भी बोले, जिसमें सैकड़ों छेद.”

रिजवी ने आगे कहा कि भाजपा शासनकाल में बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ द्वारा गंभीर अनियमितताओं में बराबर के शरीक हाजी कादिर को यह भी उजागर करना चाहिए कि विधि विरूद्ध जाकर बड़ी संख्या में वक्फ सम्पत्तियों को बेच दिया है जो अल्लाह की नजरों में अक्षम्य गुनाह है. पूर्व अध्यक्ष एवं सीईओ सहित पूर्व सदस्यों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में सभी को आरोपी बनाया गया है, जिसमें सभी संलिप्त आरोपियों का जेल जाना तय है.

रिजवी ने कहा, वर्तमान बोर्ड अध्यक्ष जस्टिस मिन्हाजुद्दीन के न्यायिक कार्यकाल में किसी ने भी कभी न कोई गलती की और न ही किसी तरह की उनके द्वारा दिए गए फैसलों पर नुकताचिनी ही की गई. हाजी कादिर पहले अपने गिरेबान में झांककर देखे कि उन्होंने बोर्ड की कीमती सम्पत्ति पर माले मुफ्त दिले बेरहम की कहावत को चरितार्थ किया है. अल्लाह की राह में दी गई सम्पत्ति को सबने मिलकर बंदरबाट की है, जो इस्लाम में एक गंभीर गुनाह माना जाता है.