अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के मेडिकल कॉलेज के SNCU और बच्चा वार्ड में 5 नवजात बच्चों की मौत हो गई है. सभी बच्चे प्रीमेच्योर थे और निजी अस्पतालों से उन्हें रेफर किया गया था. जिसके बाद बच्चों को मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया. जिन बच्चों की मौत हुई है, उनका वजन 1.225 किलो, 0.920 किलो, 0.700 किलो, 1.63 किलो और 1.9 किलो था. जबकि स्वस्थ नवजात का वजन 2.5 से 2.9 किलो होता है. यानी सभी बच्चे प्रीमेच्योर थे, इसलिए उन्हें ऐसी हालत में रायपुर शिफ्ट करना संभव नहीं था. डीएमई (डॉयरेक्टर ऑफ मेडिकल इजुकेशन) सूत्रों से हमें ऐसी जानकारी मिली है.

इससे पहले नवजात की मौत के मामले में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जेके रेलवनी ने भी कहा था कि सभी बच्चे प्रीमेच्योर थे. बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए ही आईसीयू में भर्ती किया जाता है. हालांकि नवजात बच्चों के इलाज के लिए बिलासपुर और रायपुर से स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम अंबिकापुर पहुंची हुई है.

नवजात शिशुओं की मौत की जानकारी लगते ही प्रभारी मंत्री शिवकुमार डहरिया ने जिला प्रशासन की आपात बैठक ली. प्रभारी मंत्री डहरिया ने तत्काल कलेक्टर, एसपी, CMHO, मेडिकल डीन अधीक्षक, CEO, जिला पंचायत और अन्य जिला प्रशासन के अधिकारियों को आपात बैठक में बुलाया था.

अंबिकापुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चों की मौत जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी दिल्ली प्रवास के सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर अंबिकापुर पहुंच गए. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने परिजनों से मुलाकात की. परिजन स्वास्थ्य मंत्री के सामने रो पड़े और अपना दुखड़ा बताया. स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की तह तक जांच करने की बात कही है.

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