नई दिल्ली। हमने अपनी सेना को माकूल जवाब देने के लिए पूरी आजादी दी है. मैं सभी को भरोसा दिलाता हूं कि हमारी सुरक्षा बल देश की सीमा की रक्षा करने में सक्षम है. उन्होंने (चीन) हमारी सीमा पार की है, और न ही उन्होंने हमारी किसी पोस्ट पर कब्जा किया है. हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं, लेकिन जिन्होंने भारत माता को ललकारा है, उन्हें सबक सिखाया गया है. यह बात सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही.

पीएम मोदी ने राजनीतिक दलों के तमाम नेताओं से चर्चा में कहा कि बीते सालों में सीमा की रक्षा के लिए हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर ध्यान दिया है. हमारी सेनाओं की जरूरत, चाहे वह लड़ाकू विमान हो, एडवांस हेलिकॉप्टर हो या मिसाइल डिफेंस सिस्टम हो, हमने महत्व दिया है. उन्होंने कहा कि पहले जिन इलाकों में गश्त नहीं की जाती थी, अब वहां भी हमारे जवान निगरानी रखते हुए माकूल जवाब दे रहे हैं. भारत कभी भी बाहरी दबाव में नहीं आया है. देश की रक्षा के लिए जो भी जरूरी है, वह किया जाएगा.

इसके पहले चीन के साथ सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उठाए जाने वाले कदमों के लिए सभी दलों का समर्थन मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई सर्वदलीय चर्चा में कांग्रेस से लेकर टीएमसी, वाएसआर कांग्रेस, शिवसेना, जेडीयू, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, टीआरएस, टीडीपी, डीएमके, बीजेडी, एलजेपी, अकाली दल, जेएमएम, सीपीआई, सीपीआई(एम) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

विपक्षी दल की पहली वक्ता के तौर पर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चीन विवाद को लेकर अभी भी अंधेरे में होने की बात कहते हुए बैठक को 5 मई को चीन के अतिक्रमण के तत्काल बाद बुलाए जाने की वकालत की. साथ ही उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए पूरा देश सरकार के पीछे हमेशा की तरह साथ खड़े रहने की बात कही.

ममता बैनर्जी ने सर्वदलीय बैठक एक अच्छी पहल है, जिससे हमारे जवानों के पीछे देश के एकजुट होने का संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि हम ऐसी कोई भी बात नहीं करेंगे, जिससे गलत संदेश जाए. भारत जीतेगा और चीन हारेगा. शिवसेना के उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं, प्रधानमंत्री जी सब आपके साथ हैं. भारत एक मजबूर नहीं मजबूत देश है. हमारी सरकार के पास ताकत है कि वह दुश्मनों की आंख निकालकर उनके हाथों में दे दे.

एनसीपी नेता शरद पवार ने राहुल गांधी के ट्वीट की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमें संवेदनशील मसलों पर संवेदनशील होना चाहिए. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी कश्मीर को लेकर स्पष्टता, कश्मीर को लेकर आगे की सोच और आत्मनिर्भर भारत की बात से चीन को गुस्सा आ गया. बसपा नेता मायावती ने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है. उन्होंने प्रधानमंत्री के फैसलों के साथ अपने को शामिल बताया.