नई दिल्ली। निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ पर आज सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है. उच्चतम न्यायालय ने इस फिल्म को बैन करने वाली सभी याचिकाएं खारिज कर दी हैं, जिसमें राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार की भी याचिकाएं शामिल थीं.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिंसक तत्वों को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि कानून-व्यवस्था संभालना राज्यों का काम है और उसे ये करना होगा. वहीं बताया जा रहा है कि गुजरात के अहमदाबाद में फिल्म 7 थियेटरों में रिलीज होगी.

कुल मिलाकर आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब देशभर में फिल्म पद्मावत के रिलीज होने का रास्ता साफ हो गया है. अब फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होगी. वहीं 24 जनवरी को फिल्म का पेड प्रिव्यू रखा गया है. रात को साढ़े 9 बजे पेड प्रिव्यू रखा गया है. इधर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कल्वी ने कहा कि हम अपनी बात को लेकर जनता की अदालत में जाएंगे.

राज्यों को लगी सुप्रीम कोर्ट की लताड़

राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार की ओर से वकील तुषार मेहता ने दलील दी थी कि लॉ एंड ऑर्डन नहीं बिगड़े, इसलिए फिल्म की रिलीज पर बैन लगना चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकारों को कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी उठानी चाहिए. कोर्ट ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने वाले कुछ संगठनों को राज्य सरकारें प्रोत्साहित नहीं कर सकती हैं. राजपूत समाज, करणी सेना, सर्व क्षत्रिय महासभा समेत कुछ संगठन लगातार हिंसा की धमकी देकर फिल्म पद्मावत की रिलीज रोकने की अपील कर रहे हैं.

कोर्ट ने कहा कि हम इतिहासकार नहीं हैं और ये फिल्म ऐसा बिल्कुल नहीं कहती है कि ये पूरी तरह से इतिहास पर आधारित है. सूफ़ी संत मलिक मुहम्मद जायसी के काव्य पद्मावत पर आधारित फ़िल्म में दीपिका पादुकोण रानी पद्मिनी, शाहिद कपूर महारावल रतन सिंह और रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में हैं.

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