पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा– बैलाडीला आयरन ओर की खदानों के निजीकरण का सर्व आदिवासी समाज के नेतृत्व में क्षेत्र के आदिवासियों ने जमकर विरोध किया. शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए. इसके बाद किरंदुल से बचेली तक पैदल रैली निकाली और एनएमडीसी गेट पर खदानों के निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी की. इस रैली में लगभग दस हजार से अधिक आदिवासी शामिल हुए.

भीड़ को संभालने के लिए किरन्दुल फोर्स रैली के साथ-साथ मार्च कर रही थी. रैली में ज्यादातर लोगों के हाथों में झंडे और पारंपरिक हथियार देखे गए. साथ में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी आदिवासियों ने थाम रखा था. जैसे ही रैली सड़क पर उतरी बचेली और किरन्दुल मार्ग में जाम की जैसी स्थिति निर्मित हो गई.

रैली में मनीष कुंजाम, सोनी सोरी, सोहन पोटाई पूर्व सांसद कांकेर रैली के साथ आगे आगे चल रहे थे. साथ ही हर गांव के सरपंच, पंच और क्षेत्रीय कई आदिवासी नेता मौजूद रहे.