विक्रम मिश्र, लखनऊ. यूपी से पावर कार्पोरेशन (UPPCL) में निदेशक पद पर निजी घरानों के कार्मिकों की नियुक्ति का आरोप लगा है. पावर कार्पोरेशन में बनाये गये 17 निदेशकों में एक भी दलित या पिछड़े वर्ग के अभियंता का चयन न किए जाने पर यूपी पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने सवाल उठाए हैं. साथ ही जांच की मांग की है.

एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि नियुक्ति में देश के बड़े निजी घरानों के कार्मिकों को ज्यादा मौका दिया गया है. जिससे वे यहां की गोपनीय सूचनाएं दे सकें. पावर ऑफिसर्स असोसिएशन के अध्यक्ष आरपी केन और कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि संगठन पहले ही यह मुद्दा उठा चुका है कि जब तक निदेशकों के पद पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं लागू होगी तब तक पिछड़े दलितों का चयन नहीं किया जाएगा.
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एसोसिएशन का ये भी आरोप है कि यहां तक कि इंटरव्यू के लिए भी तब बुलाया गया जब एससी-एसटी आयोग और पिछड़ा वर्ग आयोग ने हस्तक्षेप किया.
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