जगदलपुर। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में एनएसयूआई के नेता और छात्रों ने राज्यपाल अनुसुईया उइके की मौजूदगी में शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. साथ ही जैसी शिक्षा, वैसी परीक्षा की मांग की.

एनएसयूआई के छात्रों ने राज्यपाल की मौजूदगी में ही कुलपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस भी इन छात्रों को रोक पाने में पूरी तरह से असफल रही.

दरअसल, छात्र यह चाहते हैं कि कॉलेज में जैसी शिक्षा दी गई है, वैसे ही परीक्षा ली जाए. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ऑफलाइन परीक्षा का निर्णय लिया है, जबकि कोरोनाकाल की वजह से कॉलेज में कक्षाएं ही नहीं लगाई गई. ऐसे में छात्रों की मांग है कि इस वर्ष होने वाले वार्षिक परीक्षाएं ऑफलाइन से नहीं बल्कि ऑनलाइन ही लिया जाए.

छात्रों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर की वजह से बीते 8 से 10 महीने कॉलेज  बंद थे. ऐसे में  कॉलेज के छात्रों की शिक्षा प्रभावित हुई. इस दौरान ना कक्षाएं लगाई गई और ना ही कॉलेज में पढ़ाई हुई. ऐसे में अब प्रबंधन द्वारा ऑफलाइन परीक्षा लिए जाने से सभी छात्र काफी नाराज हैं.

उनका कहना है कि पढ़ाई के अभाव में अब ऑफलाइन एग्जाम लेने से कई छात्र फेल हो सकते हैं. उनका भविष्य अंधर में हो सकता है. ऐसे में छात्रों ने मांग की है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों की ऑनलाइन ही परीक्षा लें. इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए हैं.

छात्रों का कहना है कि सेमेस्टर परीक्षाओं के पर्चा पहले ही कॉलेज प्रबंधन के द्वारा लीक कर दिया गया. साथ ही छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर आंसर शीट बेचने का भी आरोप भी लगाए हैं. इधर जैसे ही राज्यपाल दीक्षांत समारोह के मंच पर पहुंची, उसके बाद 50 से अधिक छात्रों ने दीक्षांत समारोह के बाहर कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की. इस नारेबाजी से यूनिवर्सिटी के कुलपति सहित सभी पदाधिकारी छात्रों की इस हरकत को लेकर काफी नाराज भी दिखे.