पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस भारत पेट्रोलियम निगम लिमिटेड ने रद्द कर दिया। बीपीसीएल ने यह कार्रवाई पेट्रोल पंप के लिए अवैध तरीके से जमीन लेने के आरोपों के तहत की है।
तेज प्रताप को पटना के बेउर जेल के पास पेट्रोल पंप आवंटित किया गया था, जिस पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि 2011 में पटना में पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेने के लिए तेज प्रताप ने फर्जी कागजात दिखाए थे। साथ ही आरोप लगाया था कि उन्होंने तेल कंपनी के एक अधिकारी से साठ-गांठ कर गलत तरीके से पेट्रोल पंप का लाइसेंस लिया।
इस आरोप के मद्देनजर, बीपीसीएल ने 29 मई को तेज प्रताप यादव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा था। उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का वक्त दिया गया, जो बीत गया है।
इस मामले में तेज प्रताप के छोटे भाई और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीपीसीएल के फैसले को एक तरफा करार दिया है उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर एक तरफा कार्रवाई हो रही है और सच जल्द ही सामने आ जाएगा।