पिथौरा. वैसे तो शिक्षा व्यवस्था को लेकर अनेक बातें होती रहती है. शिक्षा जगत की एक अपजस सारे समाज में गलत संदेश देती है. वहीं शिक्षक या शिक्षकों की नई पहल व्यवस्था पर कुछ लोग ही चर्चा करते हैं पर यह नवाचार समाज को एक संदेश जरूर देता है. ऐसा ही स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के शिक्षक, प्राचार्य एवं शाला विकास समिति के अध्यक्ष कुछ अभिनव पहल करने जा रहे हैं.

स्कूल के छुट्टी के समय बच्चों में निकलने की होड़ रहती है, जिसके कारण कुछ भी हो सकता है. इस बात को लेकर शाला विकास समिति के अध्यक्ष मधु महांती एवं शाला के प्राचार्य एमडी प्रधान ने एक योजना बनाई है, ताकि बच्चों को शिक्षा के साथ सुरक्षा भी मिले. इस पर विचार-विमर्श कर एक योजना बनाई गई कि प्रति दिन शाला स्टाफ के पांच-पांच शिक्षक-शिक्षिकाओं की टीम शाला अवकाश के समय मेन गेट एवं स्कूल आने-जाने के रोड़ पर समय देकर स्कूली बच्चांे की सुरक्षा की कमान संभालेंगे.

इस कार्य योजना पर शाला में पदस्थ सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपनी सहमति दी है. इस विषय पर चर्चा के दौरान शाला विकास समिति के अध्यक्ष एवं शाला के प्राचार्य ने संयुक्त रूप से कहा कि शाला का संचालन करना बस हमारा दायित्व नहीं है. हमें बच्चो की सुरक्षा को लेकर भी कार्य करना है. स्कूल एक शिक्षा का केंद्र बस नहीं है. यह जीवन जीने आगे बढने का केंद्र है. सभी स्टाफ का सहयोग, सलाह एक नया संदेश समाज में देगी, जिससे हम सब गौरवान्वित होंगे. समाज में हमारी पहल का सम्मान हमारे शाला में अध्ययनरत बच्चे दिलाएंगे.