DELHI NEWS: दिल्ली के भूजल में फ्लोराइड, क्लोराइड, नाइट्रेट और आयरन का स्तर तय मानकों से अधिक पाया गया है। मॉनसून सीजन में लिए गए 103 नमूनों में 16.50% में फ्लोराइड की अधिकता मिली, जबकि 20.39% नमूनों में नाइट्रेट का स्तर बढ़ा हुआ था। बारिश के बाद भी इन प्रदूषकों की मात्रा में कमी नहीं आई। दिल्ली की हवा के साथ-साथ अब इसका पानी भी जहरीला होता जा रहा है. राजधानी के ग्राउंड वॉटर को लेकर हुई एक रिसर्च में कई सवाल खड़े हो गए हैं. दिल्ली के ग्राउंड वॉटर को लेकर हुई एक रिसर्च में चौंकाने वाली बातें सामने आई है.राजधानी के ग्राउंड वॉटर में जहर घुलता जा रहा है. दिल्ली के पानी में नाइट्रेट, फ्लोराइड, खारापन (सलिनिटी), क्लोराइड, आयरन, आर्सेनिक और यूरेनियम जैसे हानिकारक तत्व तय सीमा से ज्यादा पाए गए हैं. इस पानी को पीने से कैंसर का खतरा हो सकता है. वहीं, बच्चों में ब्लू बेबी सिंड्रोम होने के चांसेज बढ़ जाते हैं.

राजधानी दिल्ली में जमीन के नीचे पानी प्रदूषित होता जा रहा है। सेंट्रल ग्राउंड वॉटर बोर्ड (CGWB) ने एनजीटी में पानी में मिले प्रदूषकों की एक रिपोर्ट दाखिल की है। इसके मुताबिक नई जगहों पर राजधानी में मौजूद भूजल में फ्लोराइड, क्लेराइड, नाइट्रेट और आयरन का भी स्तर तय मानकों से अधिक है। इस स्तर के पानी को पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है।

2023 में मॉनसून सीजन में लिए गए 103 सैंपलों में 16.50 प्रतिशत में फ्लोराइड अधिक मिला। इनमें फ्लोराइड का स्तर 0.28 से 3.70 एमनी प्रति लीडर (तय मानक एमनी प्रति लीटर) पाया गया। फ्लोराइड के मामले में सबसे खराब स्थिति राजस्थान, हरियाणा कर्नाटक की रही। इसके बाद चौथे पायदान पर दिल्ली है। रास्थान में 43.17 प्रतिशत सैंपल में फ्लोराइड का स्तर अधिक मिला।

नई दिल्ली, नॉर्थ दिल्ली, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली, साउथ और सहादरा साउथ और साउथ वेस्ट दिल्ली में फ्लोराइड का स्तर ज्यादा पाया गया। बारिश के असर को जनने के लिए मॉन्सून से पहले और बाद में 24 जगहों से सैंपल लिए गए। इनमें 37.50 प्रतिशत पर फ्लोराइड की मात्र अधिक मित्री। जबकि बारिश से पहले यह 37.66 प्रतिशत थे। सबसे बुरी स्थिति राजस्थान और कर्नाटक की राही। नाइट्रेट का स्तर 45 एमनी प्रति लीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। दिल्ली से कुल 103 सैंपल लिए गए। इनमें से 21 में यह अधिक मिला। नाइट्रेट का अधिकतम स्तर 294 एमनी प्रति लीटर तक पाया गया।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के ग्राउंड वॉटर की क्वॉलिटी को लेकर केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB) ने रिसर्च की थी. CGWB ने अपनी ‘एनुअल ग्राउंड वॉटर क्वालिटी रिपोर्ट 2024’ शनिवार (27 दिसंबर) को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) को सौंपी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में मई 2023 में लिए गए सैंपलों में 20.39 प्रतिशत में नईट्रेट का स्तर अधिक पाया गया।

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