रायपुर- सूचना प्रौद्योगिकी, आवास एवं पर्यावरण विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तथा नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) के अध्यक्ष अमन कुमार सिंह ने आज भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) में आयोजित उन्मुखीकरण कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों कोे सम्बोधित किया। यह कार्यक्रम प्रबंधन में स्नातकोत्तर के 9वें बेच और प्रबंधन में फेलो कार्यक्रम के 7वें बेच के लिए आयोजित किया गया।

शुभारंभ सत्र को सम्बोधित करते हुए अमन कुमार सिंह ने नये प्रवेश ले रहे विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।अमन सिंह ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि प्रबंधन के क्षेत्र में अपने को योग्य और बेहतर बनाने के लिए हर तरह की कौशल विधा से भली-भांति परिचित होना जरूरी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की प्रमुख नीतियों पर प्रकाश डाला और युवाओं के लिए कौशल उन्नयन की नीति का विशेष रूप से उल्लेख किया और कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने विधानसभा में कानून बनाकर अपने राज्य के युवाओं को मनपसंद व्यवसायों में प्रशिक्षण पाने का कानूनी अधिकार दिया। अमन सिंह ने कहा कि कौशल उन्नयन का यह कानूनी अधिकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर दिलाने में सहायक होगा।

उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के विकास के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों से भी छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि नया रायपुर 21वीं सदी के भारत का पहला स्मार्ट और हरित शहर के रूप में विकसित हो रहा है।अमन सिंह ने नया रायपुर स्मार्ट सिटी में इस महीने की 14 तारीख को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों लोकार्पित एकीकृत कमाण्ड एवं नियंत्रण केन्द्र के बारे में भी बताया और कहा कि यह देश का पहला ऐसा केन्द्र है, जहां आधुनिक संचार उपकरणों के जरिए नया रायपुर के निवासियों की बिजली, पानी, सड़क, स्वच्छता आदि की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाएगा।उन्होंने आईआईएम के विद्यार्थियों को नया रायपुर तथा वहां के एकीकृत कमाण्ड एवं नियंत्रण केन्द्र का अध्ययन भ्रमण करने के लिए भी आमंत्रित किया। उन्होंने छात्र-छात्रओं को बताया कि यह एकीकृत कमाण्ड एवं नियंत्रण केन्द्र सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घंटे काम करने वाला केन्द्र है। इसमें एक ही छत के नीचे सभी नागरिक सेवाओं की मॉनिटरिंग करने की सुविधा है।

कार्यक्रम को आईआईएम रायपुर के निदेशक भरत भास्कर ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा नये जोश और जुनून के साथ अध्ययन करना चाहिए।  भास्कर ने इस तथ्य पर विशेष जोर दिया कि परिवर्तन के बिना प्रगति असंभव है। इसके लिए व्यक्ति को समय के अनुरूप अपनी सोच में बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।  भास्कर ने छात्र-छात्राओं को संस्थान के संसाधनों का भरपूर उपयोग कर अपने को प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर से बेहतर बनाने के लिए कहा। कार्यक्रम को महाविद्यालय के प्राध्यापकगण डॉ. एस.के. मित्र, प्रो. सुमित गुप्ता और डॉ. पी.आर.एस. शर्मा ने भी संबोधित किया। संस्थान के प्रबंधन बेच के बारे में प्रो. डॉ. एस.के. मित्र ने प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि आईआईएम रायपुर में लगभग 25 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं द्वारा प्रवेश लिया जा रहा है। प्रो. सुमित गुप्ता ने शोध कार्य में उत्कृष्टता पर बल दिया। दूसरे सत्र की शुरूआत प्रो. सत्यशिवा दास ने की। वे इस संस्थान में प्लेसमेंट और कॉर्पोरेट संबंधों और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विभाग के अध्यक्ष हैं। उन्होंने आईआईएम रायपुर को विगत कुछ वर्षों में कॉर्पोरेट जगत में प्राप्त विशेष उपलब्धियों की जानकारी दी। संस्थान की एन्टी रैगिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रो. समर सिंह ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया.