SPORTS NEWS. आईसीसी महिला टी20 विश्व कप (ICC Women’s T20 World Cup) का आयोजन फरवरी में दक्षिण अफ्रीका में होना है. इस टूर्नामेंट की तैयारी के लिए हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय टीम अभी दक्षिण अफ्रीका में है और टीम वहां महिला टी20 त्रिकोणीय सीरीज में हिस्सा ले रही है. गुरुवार देर रात को खेले गए ट्राई सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ने मेजाबान दक्षिण अफ्रीका को 27 रनों से हराकर अपने अभियान की विजयी शुरुआत की. इस मैच (ICC Women’s T20 World Cup) में डेब्यू करने वाली भारतीय ऑलराउंडर अमनजोत कौर ने 30 गेंदों पर 41 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
भारत 12वें ओवर में 69 रन पर 5 विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी लेकिन अमनजोत ने दीप्ति शर्मा (33 रन) के साथ पारी को संवारा और छठे विकेट के लिए 50 गेंद में 76 रन की साझेदारी करके टीम को 6 विकेट पर 147 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया. अमनजोत के इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
पिता ने बेटी के लिए किया त्याग
अपने डेब्यू मैच में छाप छोड़ने वाली अमनजोत ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष किया. उनकी कहानी किसी फिल्म की कहानी की तरह है. अमनजोत के पिता भूपिंदर पेशे से कारपेंटर हैं. उन्होंने समाज की बेड़ियों को तोड़कर पिता का फर्ज निभाया और अमनजोत का एडमिशन क्रिकेट एकेडमी में कराया. अपनी बेटी के सपनों को पंख देने के लिए भूपिंदर ने शहर भी बदले.
संघर्ष ने मुकाम तक पहुंचाया
चंडीगढ़ में अमनजोत को अच्छी ट्रेनिंग मिली. वह चंडीगढ महिला टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने के लिए अमनजोत ने एक बार फिर पंजाब का रूख किया. तमाम उतार-चढ़ाव से गुजरने वाली अमनजोत को उनके पिता के संघर्ष की कहानी ने भी इस मुकाम तक पहुंचने में मदद की. उन्होंने कई मौकों पर लड़कों के साथ भी क्रिकेट खेला.
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक