नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस ने अपना नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है. विधानसभा चुनावों में बड़ी हार के बाद पार्टी ने राज्य की इकाई में बदलाव करते हुए अमरिंदर सिंह बराड़ उर्फ राजा वडिंग को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. पंजाब विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफा ले लिया गया था. हालांकि इसके बावजूद वे दोबारा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहे थे. इधर सिद्धू को झटका देते हुए पार्टी हाईकमान ने राज्य इकाई में प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही कांग्रेस विधायक दल के नेता और उपनेता का नाम भी फाइनल कर दिया है. कांग्रेस ने पार्टी नेता अमरिंदर सिंह बराड़ उर्फ राजा वडिंग को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, जोकि यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. पार्टी हाईकमान ने प्रताप सिंह बाजवा को राज्य में नेता विपक्ष (सीएलपी) बनाया है और भारत भूषण आशु को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. पंजाब चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था, तब से यह पद खाली था.

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पंजाब कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर भारत भूषण आशू की नियुक्ति

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से शनिवार को पत्र जारी किया गया. इसमें पंजाब अध्यक्ष व सीएलपी नेता के अलावा दो ओर नियुक्तियां की गई हैं. पंजाब कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर भारत भूषण आशू को नियुक्त किया गया है, जबकि कांग्रेस विधायक दल के उपनेता की जिम्मेदारी डॉ राजकुमार को दी गई है. गौरतलब है कि पंजाब समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा. इन 5 में से एकमात्र राज्य पंजाब में कांग्रेस सत्ता में थी. वहां भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. राज्य में अब आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई है और भगवंत मान मुख्यमंत्री हैं.

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देश के केवल 5 राज्यों में कांग्रेस की सरकार

देश में कांग्रेस की सरकार अब केवल 5 राज्यों में बची रह गई है. इनमें तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. चुनाव में हार के बाद से ही यह कहा जा रहा है कि पंजाब में कांग्रेस की अंदरूनी कलह ही पार्टी के बुरे प्रदर्शन का कारण है. चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था. पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से कैप्टन अमरिंदर सिंह काफी नाराज हुए थे, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज थे. कांग्रेस में कलह यहीं नहीं रुकी, मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी जारी रही. हालांकि अंत में चरणजीत सिंह चन्नी ही सीएम चेहरा बनाए गए.

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पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार

गौरतलब है कि आप ने पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल की है. 117 में से 92 सीटों पर आप का कब्जा है, वहीं कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई. बीजेपी को 2, बसपा को 2, शिरोमणि अकाली दल को 3 और अन्य को 1 सीट पर जीत हासिल हुई. आप की जीत पंजाब के पूरे इतिहास में किसी एक पार्टी की सबसे बड़ी जीत मानी गई. इससे पहले 1992 में कांग्रेस ने 87 सीटें जीती थीं, लेकिन 2022 में आप की ये जीत सिर्फ नंबर के लिहाज से बड़ी नहीं है, बल्कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सुनामी में बड़े-बड़े सियासी दिग्गज धराशायी हो गए. पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी दोनों सीट चमकौर साहिब और भदौड़ से चुनाव हार गए. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. दो पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला शहरी और प्रकाश सिंह बादल लंबी विधानसभा सीट से हार गए. शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और उनके बहनोई बिक्रम सिंह मजीठिया को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.

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