रायपुर. असम की राजधानी में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत और विभाग के अधिकारी असम में आगजनी की घटनाओं के बीच होटल में फंस गए हैं. अमरजीत भगत करीब चार घंटे से होटल में हैं. नागरिक संशोधन विधयेक के विरोध में असम जल रहा है जिसकी चपेट में गुवाहाटी भी है.गुवाहाटी में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है. सेना फ्लैग मार्च कर रही है.
अमरजीत भगत को आज असम के मुख्यमंत्री सरबनंदा सोनोवाल को 27-29 दिसंबर तक रायपुर में चलने वाले आदिवासी महोत्सव का न्यौता देना था. लेकिन वे गुवाहटी में होटल से ही बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. वे फिलहाल नेशनल हाइवे के रेडिशन होटल में है. जबकि बाकी अधिकारी गीतानगर के आईआर लग्जिरियस में हैं.
ये सभी 9 तारीख से सिक्किम और असम के मुख्यमंत्रियों को आदिवासी महोत्सव का न्यौता देने गए हैं. सिक्किम के गैंगटोक से ये कल रात पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचे थे. वहां से आज सुबह करीब 11 बजे गुवाहटी पहुंचे. एयरपोर्ट से होटल पहुंचते-पहुंचते गुवाहटी में आगज़नी शुरु हो गई.
इन लोगों के सामने ही फायरब्रिगेड की एक गाड़ी को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया. इसके अलावा अधिकारियों के सामने ही प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को आग लगा दी. होटल में पहुंचे ही मंत्री अमरजीत भगत ने अधिकारियों से बात करके उनका कुशलक्षेम पूछा. इसके बाद से दोनों ही टीम अपने-अपने होटलों में कैद की स्थिति में हैं.
मंत्री अमरजीत भगत ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि उन्हें आज मुख्यमंत्री को न्यौता देना था लेकिन वे आज के हालात को देखते हुए नहीं जा पाएंगे.शहर में कर्फ्यू जैसे हालात हैं. उन्होने बताया कि उन्हें शुक्रवार को दिल्ली होते हुए रायपुर लौटना था. लेकिन यहां के हालात को देखते हुए जैसे ही मौका मिलेगा, निकल जाएंगे.