सत्यपाल सिंह,रायपुर। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत असम से छत्तीसगढ़ वापस लौट आए है. उन्होंने रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आमंत्रण देने असम गए थे. मुख्यमंत्री सर्बानन्‍द सोनोवाल को न्योता दिया गया है. उन्होंने कहा कि वहां नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में जनता के सड़कों पर नजर आए. आम जनता इसके विरोध में आगजनी और पुलिस वालों को मारती नजर आई. भीड़ की कोई पहचान नहीं होती और भीड़ किसी को नहीं पहचानती है.

मंत्री अमरजीत भगत ने आपबीती आँखों देखा हाल बताते हुए कहा कि एनआरसी को लेकर जो विरोध प्रदर्शन चल रहा है. कल जैसे हम गोहाटी पहुँचे, तो हालात बिगड़ना शुरू हो गया था. होटल में पहुँचने के बाद बाहर आगज़नी, पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई. पुलिस की गाड़ियों को भी नहीं बख़्शा गया.

मुख्यमंत्री सर्बानन्‍द सोनोवाल एयरपोर्ट से अपने निवास नहीं जा पाए. लायन ऑर्डर का प्रॉब्लम ज़बर्दस्त हुआ है. आने जाने वालों को बहुत दिक़्क़त थी. आम लोगों को भी एलर्ट किया गया था कि होटल से बाहर न निकले. मिलने का समय माननीय मुख्यमंत्री से कल था तो नहीं हो पाया आज इस पुलिस प्रोटेक्शन टीम आया और मुख्यमंत्री से भेंट कराया, फिर हमें सीधा एयरपोर्ट छोड़ा गया. जगह-जगह आगज़नी की गई. उन्होंने कहा कि बिल को बिना सोंचे समझे ही पास कर दिया गया. बहुमत के दम पर एकतरफ़ा तुगलकी फ़रमान जारी करने को लेकर लोगों में बहुत असंतोष है.

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अमंत्रित किया गया है. सभी से सफलतापूर्वक मुलाक़ात हुई और सकारात्मक रुझान दिखा है. मुख्यमंत्री भूपेश चाहते हैं इस महोत्सव को विश्व स्तर पर लोग जाने.