रामकुमार यादव, अंबिकापुर। पूर्व मंत्री और प्रदेश के बड़े आदिवासी कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए सरगुजा क्षेत्र के आदिवासी नेताओं को नजरअंदाज करने की बात कही है. हालांकि, इस बार उन्होंने अपनी बात दूसरे तरीके से कही है. यह भी पढ़ें : ‘आर्य समाज’ के नाम का अवैध इस्तेमाल करने का आरोप, हाईकोर्ट ने बिना मान्यता विवाह कराने वाले संस्थानों को जारी किया नोटिस

टीएस सिंहदेव के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने की संभावना को देखते हुए कहा कि टीएस सिंहदेव हमारे नेता हैं. जो भी प्रदेश अध्यक्ष बनेगा, उसको मेरा समर्थन रहेगा. इस बयान के साथ उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि (बस्तर और सरगुजा) दोनों संभाग के आदिवासी नेताओं को बराबरी के नजरिए से देखना चाहिए.

पूर्व मंत्री ने कहा कि सरगुजा संभाग में 6 जिले आते हैं, बाबजूद इसके सरगुजा के आदिवासी नेताओं को नजरअंदाज किया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरगुजा के आदिवासी नेताओं को मौका नहीं दिया जाता है, न किसी कमेटी में रखा जाता है, न उनकी बात सुनी जाती है. यहां के नेताओं के साथ तालमेल रखने के बाद ही कांग्रेस को फायदा मिलेगा.