संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्यप्रदेश में अजब पुलिस की गजब कहानी फिर सामने आई है। दो परिवार में कई महीनों से विवाद चल रहा है। संबंधित थाने में पांच बार शिकायतें की गई, किंतु पुलिस ने एकबार भी कार्रवाई करना तो दूर आवेदन पर संज्ञान भी लेना उचित नहीं समझा। ऐसे पुलिस थाने और कर्मचारियों के कारण न सिर्फ सरकार बल्कि विभाग पर भी सवाल उठने लगते हैं। यदि किसी दिन बलवा हो जाए या किसी की जान चली जाए तो संबंधित थाने से तो बाद में पहले तो पुलिस के आला अधिकारी से सवाल जवाब किए जाएंगे। विरोध पार्टी सीधे गृह मंत्री पर पूरा दोष मढ़ देंगे। समय रहते छोटे छोटे घरेलु विवाद यदि पुलिस नहीं सुलझा पाती तो वही पुराना विवाद बड़ा क्राइम का रूप ले लेता है।

ऐसा की एक मामला उमरिया जिले के चंदिया थाना क्षेत्र के गांव बरही से सामने आया है, जहां एक पक्ष द्वारा महिला व उसकी बेटी को लाठी डंडे से पीटा गया। बताया जाता है कि महीनों से दो परिवारों में घरेलु विवाद हो रहा है। इस बीच कई बार मारपीट हो चुकी है। मारपीट और दबंगई की शिकायत थाने में पांच बार लिखित में की गई। बीते दिनों हुई घटना में मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। एक पक्ष पुलिस पर उदासीनता का आरोप लगा रहा है। पुलिस ने कभी भी दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर समझौता कराने का भी प्रयास नहीं किया। पुलिस की इसी उदासीनता के चलते 30 अक्टूबर दोपहर को महिला सहित उसके पति और बेटी की जमकर पिटाई कर दी गई। आरोपियों रज्जू काछी और उसकी मां मुन्नी बाई ने फरियादी शिवप्रसाद कुशवाहा की बेटी और पत्नी को लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं।

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