अमित पांडेय, सीधी। मध्य प्रदेश में सीधी जिले के आदिवासी वनांचल क्षेत्र में एक वन विभाग के कर्मचारी द्वारा लगातार बिना प्रशिक्षण के जंगली जानवरों का रेस्क्यू किया जा रहा है। हाल ही में, नागपंचमी के अवसर पर सपेरों से दर्जन भर सर्पों को मुक्त कराया गया और दुर्लभ सर्प प्रजाति को सीधी के जंगल में छोड़ दिया गया।

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सीधी जिला आदिवासी वनांचल क्षेत्र माना जाता है जहां अनेक प्रजाति के जीव जंतु विचरण करते है तो वहीं जंगल ऑफिस में एक ऐसा मददगार सिपाही मौजूद है जो बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण के 2,000 से अधिक वन्य जीवों का रेस्क्यू कर चुका है। इस वर्ष अकेले 300 से ज्यादा सर्पों का रेस्क्यू किया गया है। इन वन्य जीवों में अजगर, बिस्खोपड़ा, मगरमच्छ, हिरण, चिंकारा और चीतल जैसे जानवर शामिल हैं।

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संबंधित कर्मचारी ने वन्य प्राणियों को बचाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के माध्यम से लोगों से अपील की है। इसके बावजूद, इस लंबे समय से लगातार रेस्क्यू कर रहे कर्मचारी को अब तक प्रशिक्षण से दूर क्यों रखा गया, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है।

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