अंबाला. अंबाला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला अंबाला-चंडीगढ़ राजमार्ग 23 दिनों बाद खुलने जा रहा है. मंगलवार से इस राजमार्ग को सुचारू कर दिया जाएगा. किसान आंदोलन के चलते इस राजमार्ग पर स्थित सद्धोपुर-झरमड़ी में बैरिकेड लगाकर 11 फरवरी को आवाजाही के लिए इस मार्ग को बंद कर दिया गया था.

अब जब किसान आंदोलन की रूपरेखा में बदलाव हुआ तो अंबाला पुलिस ने इस राजमार्ग को सोमवार को खोलने का काम शुरू किया. इसके लिए सायं के समय पुलिस जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचे. एक-एक कर आंदोलन के कारण पुलिस प्रशासन ने बंद किया था रास्ता, शाम से ही हाईवे को खोलने की चल रही मशक्कतबैरिकेडिंग को हटाना शुरू भी कर दिया. मगर सबसे बड़ी दिक्कत पुलिस के सामने यह आई कि इन बैरिकेडिंग को कंकरीट से पाट दिया गया था.

ऐसे में पुलिस को देर रात्रि तक काफी बैरिकेडिंग हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. इसके बावजूद रात्रि तक बैरिकेडिंग हट नहीं पाए थे. पुलिस अधिकारियों ने की मानें तो रात्रि भर में सभी बैरिकेडिंग को हटाकर एक तरफ कर दिया जाएगा. इसके बाद मंगलवार से लोग इस राजमार्ग के जरिये आसानी से अंबाला से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से अंबाला आवाजाही कर सकते हैं.


कंकरीट ने बिगाड़ा पूरा सिस्टम…


जिस समय यह बैरिकेड लगाए थे उस समय इनको यही सोचकर बनाया था कि किसानों के ट्रैक्टर इन्हें उखाड़ न पाएं. ऐसे में राजमार्ग पर बीचों बीच दोनों तरफ सीमेंट के बैरिकेडिंग रखकर बीच में मशीनों से सीमेंट और गिट्टियों का एक घोल डाल दिया गया था. इस बोल के बीच में दोनों बैरिकेडिंग की सरियों को भी आपस में जोड़ा था. ऐसे में यही कारण रहा था कि दो से अधिक जेसीबी मशीनों की मदद लेने के बावजूद एक-एक बैरिकेडिंग को हटाना चुनौतीपूर्ण बनता दिखाई दिया.