रायपुर। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे अम्बेडकर अस्पताल के मॉर्चुरी के सामने एक अज्ञात शव के वायरल वीडियो को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के संज्ञान लेने के बाद अंतिम संस्कार किया गया है। सिंहदेव ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर उनसे बात की थी और संबंधित संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने कहा है। इधर अस्पताल प्रबंध ने भी मामले को लेकर अपना बयान जारी किया है। जारी किये गए बयान में शव का कफन-दफन करने वाली संस्था को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

जारी किये गए बयान में कहा गया है कि 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति को सिटी कोतवाली थाना के द्वारा मोतीबाग चौक रायपुर के पास से दिनांक 06.07.2020 को अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज का उपचार मेडिसीन रोग विभाग के अंतर्गत हुआ। इसी दौरान दिनांक 11.07.2020 को मरीज की मृत्यु कार्डियो रेस्पिरेटरी अरेस्ट (हृदय आघात) से हो गई। अज्ञात व्यक्ति का शव मॉर्चुरी में शिफ्ट कर दिया गया और सम्बन्धित थाने को इसकी सूचना दे दी गई। चूंकि अज्ञात व्यक्ति के कफन-दफ़न की व्यवस्था का कार्य पुलिस प्रशासन के माध्यम से किया जाता है इसलिए सम्बन्धित थाने के पुलिस के द्वारा शव को मॉर्चुरी में रखे जाने के तीन दिन बाद कफ़न-दफ़न करने वाली संस्थान को सुर्पुद कर दिया गया।

अस्पताल प्रबंधन की प्रारंभ से ही यह व्यवस्था रही है कि मॉर्चुरी में जब किसी भी शव को मृत्यु उपरांत स्थानांतरित किया जाता है तो मेडिको लीगल तथा अन्य औपचारिकतायें पूरी होने के बाद ही शव की सुपुर्दगी सम्बन्धित व्यक्तियों अथवा थाने के पुलिस को दी जाती है। मृतक के परिजनों एवं पुलिस ( अज्ञात व्यक्ति के प्रकरण में) द्वारा शव वाहन की व्यवस्था करने पर ही शव को गेट से बाहर निकाला जाता है। अन्यथा शव को खुले परिसर में बाहर निकालने का कोई प्रावधान नहीं है। इस प्रकरण में भी कुछ ऐसा ही हुआ। सम्बन्धित थाने द्वारा कफ़न-दफ़न करने वाली संस्था को शव को सुपुर्द कर दिया गया। अब सम्बन्धित संस्था की जिम्मेदारी बनती है कि शव वाहन की व्यवस्था करना तथा व्यवस्था के बाद ही शव को कफ़न-दफ़न हेतु मार्चुरी से बाहर निकालना लेकिन उनके द्वारा बिना पूर्व व्यवस्था के शव को बाहर निकाल दिया गया जिससे चिकित्सालय के सम्बन्ध में वीडियो के माध्यम से भ्रामक जानकारी लोगों तक पहुंची।

आपको बता दें पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने अपने फेसबुक पेज में वीडियो शेयर किया है और उसे पीएमओ, सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को टैग कर सवाल उठाया है।