सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल अंबेडकर में सीबीआई की टीम ने सोमवार को दबिश दी. टीम ने मेकाहारा अधीक्षक के कमरे में काफी समय तक दस्तावेज खंगाले. अस्पताल में सीबाईआई की दबिश से हड़कंप मच गया था. लोग कई तरह के कयास लगा थे. दरअसल ये पूरा मामला 2013 का है. जब 4 व्यक्ति मेकाहारा अस्पताल में संदिग्ध हालत में इलाज के लिए आये थे और भर्ती होकर इलाज भी कराया, लेकिन दूसरे ही दिन वे अस्पताल से चले गए, जिसकी जांच में सीबीआई की टीम अस्पताल में पहुंची हुई थी.
इस मामले में अधीक्षक ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. उन्होंने इस मामले में जानकारी नहीं होने का हवाला दिया, तो वहीं मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि सीबीआई की टीम मेकाहारा गई थी. 2013 में 4 व्यक्ति मेकाहारा अस्पताल में संदिग्ध हालत में आये थे और उन्हें गोली लगी हुई थी कुछ को हाथ में गोली लगी हुई थी तो वहीं एक व्यक्ति को सीने में गोली लगी थी, जिनमें से एक व्यक्ति भर्ती भी हुए थे लेकिन दूसरे ही दिन वो चले गए थे. जिनकी पहचान नहीं हो सकी है. क्या वो नक्सली थे? वे कौन थे? आये और चले गए. इसी सिलसिले में सीबीआई की टीम ने मेकाहारा में जांच की.