कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। असली संविधान निर्माता टाइटल यानी अंबेडकर vs बीएन राव का मुद्दा अब किताबों तक पहुंच गया है।जी हां ग्वालियर में “संविधान निर्माता- सर बीएन राव” टाइटल वाली प्रकाशित किताब को युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को बांटा गया। जीवाजी विश्विद्यालय के गेट नम्बर 02 के बाहर यह किताब बांटी गई। रक्षक मोर्चे ने इसे संविधान जागरूकता अभियान नाम दिया है।

सर बीएन राव असली संविधान निर्माता

दरअसल ग्वालियर हाई कोर्ट परिसर में अंबेडकर मूर्ति लगाने की मांग के विवाद के बाद एक नई बहस छिड़ गई है। लोगों के बीच इस मामले में दो धड़े सामने आए है, जिनमें से एक वर्ग सर बीएन राव को असली संविधान निर्माता बता रहा है। ऐसे में रक्षक मोर्चे के बैनरतले पुस्तक वितरण कार्यक्रम चलाया गया। जीवाजी विश्विद्यालय गेट में यह पुस्तक वितरण किया गया।संविधान निर्माता सर बीएन राव टाइटल की इस बुक में सर बीएन राव के जीवन, संविधान निर्माण और मृत्यु के बाद राजनेताओं के बयानों की जानकारी प्रकाशित की गई है।

न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहा

साथ ही संविधान निर्माण से जुड़े इतिहास के महत्वपूर्ण तथ्यों को भी किताब में दर्शाया गया है। रक्षक मोर्चा और उनके साथ अभियान से एक बड़ा एडवोकेट वर्ग भी जुड़ा है। उनका कहना है कि बीएन राव ही असली संविधान निर्माता है। इतिहास में उनके नाम को दबा दिया गया। संविधान निर्माण में सर बीएन राव के साथ कई चेहरे हमेशा हमेशा के लिए गुमनाम कर दिए गए। ऐसे में संविधान जागरूकता अभियान इन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहा है।

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