लोकेश साहू, धमतरी. नोवल कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. लोगों के अनावश्यक एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने पर भी रोक लगा दी गई गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान पहरेदारी कर रहे हैं. इस कड़ी चौकसी के बीच शहर के दो एंबुलेंस चालकों ने मरीजों के आड़ में सवारी ढोकर कमाई करने का रास्ता निकाल लिया. लेकिन धमतरी की सीमा पार कर पाने से पहले ही ये पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव और नियंत्रण के लिए जिले भर में जगह-जगह नाकेबंदी की गई है. पुलिस के अधिकारी कर्मचारी लगातार पॉइंट पर तैनात रहकर आने जाने वाले हरेक वाहनों की जांच पड़ताल कर रहे हैं. इसी बीच रविवार की रात मुखबिर से सूचना मिली कि दो एंबुलेंस चालक पैसे कमाने के उद्देश्य से एंबुलेंस में मरीजों के नाम पर सवारी ढो रहे हैं.

इस सूचना के आधार पर कोतवाली टीआई भावेश गौतम के नेतृत्व में पुलिस ने धमतरी- दुर्ग रोड में स्टेट बैंक के पास घेराबंदी कर एंबुलेंस क्रमांक CG 10 FA 4449 व एंबुलेंस क्रमांक CG 04 HB 9648 को रोककर चालक विकास मानिकपुरी ग्राम बरारी और वसीमुद्दीन कुछावा रिसाईपारा धमतरी से पूछताछ की. दोनों चालकों ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि वे राजनांदगांव से मरीज लाने जा रहे हैं. मरीजों का नाम पता व दस्तावेज मांगने और कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने एम्बुलेंस में सवारी ढोने की बात स्वीकार कर लिया. जिसके बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने दोनों चालकों को धारा 188, 34 के तहत गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया है.