सुमन शर्मा/कटिहार: जिले का सदर अस्पताल एक बार फिर अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में है. कहने को तो जिले का एक मात्र बड़ा अस्पताल जिसकी भवन तो करोड़ों की लागत से बन गई. तमाम तरह की आधुनिक संसाधनों से भी लेश है, लेकिन इस सदर अस्पताल के प्रशाशन की लचर व्यवस्था के कारण इसे हर बार शर्मसार होना पड़ता है. 

इलाज के दौरान हुई मौत 

ताजा मामला कटिहार के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीज की मौत के बाद उसे घर तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस तक नहीं मिल सका और परिजन मरीज के मृत शरीर को ठेले पे लादकर अपने घर ले गए. कटिहार के नया टोला फुलवाड़ी के रहने वाले 60 वर्षीय शहदीप रॉय को जोंडिस के इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 

एम्बुलेंस के लिए लगाते रहे गुहार 

मरीज की मौत के बाद उसके परिजन एम्बुलेंस के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन सदर अस्पताल प्रशाशन एम्बुलेंस रहते हुए भी मरीज के परिजन कों नहीं उपलब्ध करा सके और मरीज के परिजन शव को ठेले पर लादकर अस्पताल से घर ले गए. सवाल यह है कि आखिर कब सुधरेगा सदर अस्पताल और कब तक यू ही सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था का दंश लोग उठाते रहेंगे?.

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