शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने प्रदेश में करोड़ों रुपए के एंबुलेंस घोटाले होने का दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की कंपनी को 900 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के दलाल और कंपनी ने करीब 700 करोड़ रुपए का गबन किया है। साथ ही इस घोटाले पर कार्रवाई की मांग की है।

‘जय अंबे सर्विस’ को किया 900 करोड़ रुपए का भुगतान

जयवर्धन सिंह ने कहा, “हर सरकार की जिम्मेदारी होती है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाएं और चिकित्सा से संबंधित नीतियों में उत्कृष्ट कार्य हो। मैंने विधानसभा में इससे संबंधित सवाल विधानसभा में पूछा था कि वर्तमान में 108 एंबुलेंस को प्रदेश में कितना भुगतान किया गया है। इसके जवाब में बताया गया कि ढाई साल में सरकार ने छत्तीसगढ़ की एंबुलेंस कंपनी ‘जय अंबे सर्विस’ को 900 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।”

2 हजार एंबुलेंस मध्य प्रदेश में चल रही

जयवर्धन सिंह ने आगे कहा, “जय अंबे सर्विस की 2 हजार एंबुलेंस वर्तमान में मध्य प्रदेश में चल रही है। इसका औसत निकालने पर मालूम चला कि 1 एंबुलेंस के किराए पर जिसका प्रति किलोमीटर ढाई साल में 45 लाख रुपए दिया गया है। सर्वसुविधायुक्त एंबुलेंस का ज्यादा से ज्यादा 20 लाख रुपए होता है। यहां तो किराए पर ही 45 लाख रुपए दिया जा रहा है।”

600-700 करोड़ रुपए का भाजपा के दलाल और सीजी की कंपनी ने किया गबन

उन्होंने आगे कहा, “नेशनल हेल्थ मिशन का सरकार ने दुरुपयोग किया है। 600-700 करोड़ रुपए ऐसे हैं जो भाजपा के दलाल और उनके बड़े अधिकारी हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ की निजी कंपनी ने पूरा पैसा खाया है। इस कंपनी को करीब 40 नोटिस सरकार की ओर से दिए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें भुगतान किया जाता रहा।” जयवर्धन सिंह ने इस मामले पर कार्रवाई की मांग की है।

मंत्री ने कहा- कांग्रेस के शासनकाल में तो एंबुलेंस ही नहीं थी

जयवर्धन सिंह के आरोप पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बयान भी आया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के शासनकाल में एंबुलेंस की कल्पना की ही नहीं जा सकती थी। गरीब को एंबुलेंस या जननी एक्सप्रेस मिल जाए, ऐसी व्यवस्था की ही नहीं। भाजपा की सरकार में 108 और जननी एंबुलेंस एक बार में उपलब्ध हो जाती है। कभी अगर उपलब्ध नहीं हो पाती है तो उस मामले पर जांच की जाती है। लगातार जनता की सेवा की जाती है।” 

खर्च में रनिंग एक्सपेंस होता

उन्होंने आगे कहा कि “मैंने एक विश्लेष सुना है जिसमें कहा गया है कि 250 करोड़ में एंबुलेंस खरीद ली जाती है। सरकार ने इससे ज्यादा पैसा दे दिया। मैं विनम्रतापूर्वक कहना चाहता हूं कि जो खर्च होता है उसमें रनिंग एक्सपेंस होता है, ड्राइवर का खर्चा होता है, टेक्नीशियन का होता है। कांग्रेस का आरोप निराधार है। कहीं मानवीय चूक होती है उस मामलों पर कार्रवाई की जाती है।”   

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