जशपुर। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बदलते ही संशोधन प्रभावित शिक्षकों को भी नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं. संगठन स्तर पर इसे लेकर लगातार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मुलाकातों का भी दौर चल रहा है. इस बीच जशपुर पहुंची मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पत्नी कौशल्या साय से संशोधन प्रभावित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उनके गृह ग्राम बगिया में मुलाकात की. शिक्षिकों ने संशोधन निरस्त होने से परेशानी की पूरी जानकारी मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी को दी.
शिक्षिकाओं ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से अनुरोध किया है कि उनकी मांगों पर सरकार गंभीरता पूर्वक विचार करे. शिक्षिकाओं ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से कहा कि आप महिला के साथ-साथ एक मां भी हो, इसलिए हमारा दर्द आसानी से समझ सकती है. संशोधन निरस्त होने से उन्हें अपने परिवार और बच्चों से दूर होना पड़ रहा है. संशोधन निरस्त होने के बाद 100 किलोमीटर दूर-दूर तक स्कूलों का सफर करना मजबूरी बन जायेगी. इसलिए उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक सरकार सुने.
शिक्षिकाओं की मांगों को सुनने के बाद मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या साय ने सभी को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है. आप लोगों के साथ गलत हुआ है. वो मुख्यमंत्री तक उनकी बातों को जरूर पहुंचायेगी. इधर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से मुलाकात के बाद पीड़ित शिक्षक-शिक्षिकाएं भी काफी आश्वस्त दिखी. सभी ने कहा कि उनकी मांगों को पिछली सरकार ने अनसुना कर दिया था उन्हें दूर दराज के स्कूलों में भेजने पर पिछली सरकार तुली हुई थी, ऐसे में अब नई सरकार से उन्हें काफी उम्मीदें है. मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी ने उन्हें हौसला दिया है और साथ ही आश्वस्त किया है कि वो उनकी मांगों को जरूर मुख्यमंत्री तक पहुंचायेगी. उम्मीद है आने वाले वक्त में कुछ बेहतर होगा. मुलाकात करने वालों में गायत्री देवता,सिल्की गुप्ता, राघवेंद्र चौहान, सुनीता अम्बष्ट, शीतल तिर्की, अनूप तिग्गा, समीर मिंज, तबरेज आलम, ब्रह्मदत्ता राम ज्ञापन सौंपने में शामिल थे.
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