ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष जारी है। इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद की ओर से लगातार ईरान में टारगेट किलिंग हो रही है। इजराइल कई बार दोहरा चुका है कि ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की हत्या के बाद ही इस मसले का हल निकल सकता है। अपनी हत्या की आशंका के बीच खामेनेई ने बहुत बड़ा फैसला लिया है। ईरान के सुप्रीम लीडर ने अपना उत्तराधिकारी तय कर लिया है और उत्तराधिकारी के लिए 3 लोगों के नाम दिए गए हैं, इन्ही 3 नामों में से 1 ईरान का अगला सुप्रीम लीडर बनेगा। इन नामों में खास बात ये कि उनके बेटे मुजतबा खामेनेई का नाम नहीं है। इससे पहले उनका उत्तराधिकारी खामेनेई के बेटे को माना जा रहा था।
ईरान अधिकारियों की ओर से सिर्फ ये जानकारी दी गई है कि उत्तराधिकारी के लिए तीन नाम चुने गए हैं, लेकिन ये नहीं बताया गया है कि ये तीन नाम कौन हैं। हालांकि, जिन नामों की चर्चा है वे इस प्रकार हैं।
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अली असगर हेजाजी
अली राजनीतिक सुरक्षा मामलों के मंत्री और उनके पास ईरानी खुफिया विभाग की जिम्मेदारी है। उनकी पर्दे के पीछे की प्रभावशाली भूमिका और रणनीतिक निर्णय लेने में भागीदारी उन्हें एक संभावित उम्मीदवार बनाती है।
अलीरेजा अराफी
अलीरेजा खामेनेई के करीबियों में शामिल और नई तकनीक अपनाने के हिमायती हैं. वे कोम सेमिनरी के प्रमुख और असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। उनकी धार्मिक योग्यता और खामेनेई के करीबी होने के कारण उन्हें एक संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है।
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हासिम हुसैनी बुशहरी
हासिम हुसैनी बुशहरी ने प्रमुख धर्मगुरु के तौर पर अपनी पहचान बनाई है और विशेषज्ञ सभा के पहले उप-प्रधान है। वह भी ईरान के अगले सुप्रीम लीडर बन सकते हैं।
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अली अकबर वेलायती
वह ईरान के पूर्व विदेश मंत्री रह चुके हैं, US से परमाणु प्रोग्राम पर बात में शामिल हैं. वह भी इस दौड़ में शामिल हैं।
क्यों नहीं किया उत्तराधिकारी के नाम का ऐलान?
इजराइल ने 13 जून को अपने हमले के बाद से ईरान के करीब 30 टॉप कमांडर और नेताओं की टारगेट किलिंग की थी। खामेनेई को इस बात डर हो सकता है कि इन तीन मौलवियों के नाम सामने आने के बाद इजराइल उनके पदभार संभालने से पहले ही उनकी हत्या करा सकती है। बता दें कि, ईरान और इजराइल दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। इजराइल की ओर से दागे गए मिसाइलों की चपेट में आकर 200 से अधिक ईरानियों की मौत हो चुकी है।
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