फिरोजपुर. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच, फिरोजपुर छावनी बोर्ड ने रविवार को 30 मिनट की ब्लैकआउट रिहर्सल की घोषणा की। इसके तहत फिरोजपुर छावनी क्षेत्र और सीमावर्ती गांवों में ब्लैकआउट ड्रिल की गई। इस दौरान रात 9:00 से 9:30 बजे तक छावनी क्षेत्र और आसपास के गांवों में पूर्ण अंधेरा रहा।

छावनी बोर्ड के अध्यक्ष और स्टेशन कमांडर ने ब्लैकआउट रिहर्सल का आदेश दिया। रविवार रात 9:00 से 9:30 बजे तक यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें छावनी क्षेत्र में बिजली पूरी तरह बंद रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही, पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को इस अवधि में बिजली आपूर्ति न करने के निर्देश दिए गए।

लोगों से अनुरोध किया गया कि वे अपने घरों के जनरेटर सेट और इनवर्टर की बिजली आपूर्ति बंद रखें। क्षेत्र में इसके लिए घोषणाएं की गईं। आदेश में कहा गया कि इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध के संभावित खतरे को देखते हुए ब्लैकआउट प्रोटोकॉल की तैयारी और प्रभावशीलता का आकलन करना है। लोगों से सहयोग की अपील की गई और बताया गया कि निर्धारित समय पर सायरन बजाया जाएगा।


फिरोजपुर छावनी बोर्ड ने डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा को पत्र भेजकर पूर्ण ब्लैकआउट के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। शर्मा ने कहा कि यह ब्लैकआउट नियमित तैयारी अभ्यास का हिस्सा है। उन्होंने लोगों से घबराने की बजाय प्रशासन पर भरोसा रखने की अपील की, जो पूरी तरह सतर्क और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल हरमनबीर गिल ने बताया कि पुलिस असामाजिक तत्वों, कुख्यात अपराधियों और तस्करों पर कड़ी नजर रख रही है। वाहनों की आवाजाही पर निगरानी के लिए टोल बैरियरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी सख्ती से नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त तेज कर दी है, जबकि पंजाब पुलिस ने रणनीतिक स्थानों पर चौकियां स्थापित की हैं।