रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कोरोना वायरस से बचने खुद को लगभग होम आइसोलेट कर लिया है. उन्होंने अपने सारे कार्यक्रमों को रद्द करने के अलावा लोगों से मेल मिलाप भी कम कर दिया है. इन दिनों वह पुरानी किताबों के धूल साफ कर रहे हैं. खाली वक्त में नया पढ़ने-लिखने में वह पूरी तरह रम गए हैं. रमन कहते हैं कि लंबे समय बाद खुद के लिए इतना खाली वक्त मिला है. न तो किसी से मिलना-जुलना है और न ही किसी कार्यक्रम में शरीक होना है. वह बताते हैं कि नई किताबों के साथ वक्त बिताने के अलावा घर-परिवार के सदस्यों और बच्चों के साथ समय काट रहे हैं.

कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील का समर्थन करते हुए डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि इसका अपना साइंटिफिक कारण है. दरअसल प्रधानमंत्री ने रविवार को जिस जनता कर्फ्यू की अपील की है, इससे लोग सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घर में रहकर अपना समर्थन देंगे, रात होने के बाद वह घर पर रहेंगे, इसके मायने यही है कि लगभग 36 घंटों तक कोई एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आएगा. इससे कोरोना वायरस का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसमिट होने की संभावना कम होगी. यह अपने आप में बड़ा कदम है कि हम 36 घंटों तक संपर्क से कट जाए.

रमन सिंह ने कहा कि रविवार के दिन शाम को शंख बजाकर, थाली पीटकर डाक्टर, नर्स या वे पैरा मेडिकल स्टाॅफ जो कोरोना पीड़ित या संदिग्ध के इलाज में जुटे हैं, उनका हौसलाफजाई कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा. यह अनुकरणनीय पहल होगी. उन्होंने कहा कि दो हफ्तों का यह समय संयम से काम लेने का है. लोग ज्यादा से ज्यादा अपने घरों में रहे. भीड़-भाड़ वाली जगह पर न जाए. कोरोना का कोई वैक्सीन नहीं आया है. सिर्फ और सिर्फ लक्षण के आधार पर ही जांच हो रही है. यह कई देशों में फैल चुका है. चूंकि एक कोरोना पाॅजिटिव मरीज राजधानी में भी सामने हैं, लिहाजा सावधानी बरतने की जरूरत है.