मथुरा. श्री बांके बिहारी कॉरिडोर (Banke Bihari Corridor) का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. कॉरिडोर निर्माण का लगातार विरोध हो रहा है. इसी बीच अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया है. साथ ही वे कॉरिडोर का विरोध करने वालों के समर्थन में उतर गए हैं. उन्होंने X पर लिखा है कि मथुरा में कॉरिडोर न बनाने के लिए जनता द्वारा खून से चिट्ठी लिखने से भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा. आस्था का कारोबार करनेवाले लालची और दंभी भाजपाई उसे कभी नहीं पढ़ेंगे अहंकार अनपढ़ बना देता है.
बता दें कि बांके बिहारी कॉरिडोर (Shri Banke Bihari Corridor) विवाद को लेकर भी हेमा मालिनी का बयान सामने आया था. उन्होंने कहा था कि “मुझे बहुत खुशी हुई कि सुप्रीम कोर्ट ने बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने के आदेश दे दिए हैं क्योंकि बांके बिहारी के दर्शन के लिए दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है, जिससे श्रद्धालु दर्शन भी नहीं कर पाते. ऐसे में दुखी समाचार बार-बार सुनने को मिलते है. इससे सभी को फायदा ही होने जा रहा है. हमारी सरकार सभी को देखते हुए काम करती है. गोस्वामी समाज जो मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं और रख रखाव का कार्य करते हैं, उन्हें भी इससे फायदा है. मेरा अनुरोध है कि इस काम को हरी झंडी दिखाएं, इसे रोके नहीं”.
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150 करोड़ की धनराशि का प्रावधान
यूपी सरकार ने हाल ही में बांके बिहारी मंदिर में प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए 150 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया है. इसके बाद सरकार ने हाईकोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल कर कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण करने और मंदिर कोष में जमा राशि का उपयोग करने की अनुमति मांगी थी कोर्ट ने मंदिर के बैंक खाते में जमा धन का कॉरिडोर बनाने में उपयोग की अनुमति नहीं दी है. हालांकि HC ने सरकार को कॉरिडोर बनाने में बाधा बने अतिक्रमण को हटाने की अनुमति दे दी है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा कि सरकार अपनी प्रस्तावित योजना के साथ आगे बढ़े, लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि दर्शनार्थियों को दर्शन में बाधा न आए.
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