देवेंद्र डड़सेना, पथरिया। मुक्तिधाम एक ऐसी जगह होती है, जहां जीवन भर की तपस्या के बाद प्राण त्यागने वाले इंसान का अंतिम संस्कार किया जाता है. कायदा कहता है कि यह ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां सुकून हो, शांति हो, और स्वच्छता हो. लेकिन पथरिया नगर पंचायत के मुक्तिधाम में प्रक्रिया बिल्कुल उलट है. यहां सबसे पहले गंदगी नजर आती है, जिसके बाद मन होता है अशांत और फिर व्यवस्था को लेकर जन्म लेती है खीज. इसे भी पढ़ें : लॉरेंश बिश्नोई गैंग का गुर्गा बताकर ठेकेदार को दी गोली मारने की धमकी, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

पथरिया नगर पंचायत का वार्ड क्रमांक 9 में स्थित मुक्तिधाम नगर का मुख्य मुक्तिधाम है. लेकिन मुक्तिधाम न होकर, यह कचरा घर ज्यादा नजर आता है. नगर पंचायत के घरों से निकलने वाले कचरे को मुक्तिधाम में फेंका जा रहा. यही नहीं मुक्तिधाम से लगे बाजार से निकलने वाली गंदगी, मुर्गा-मटन के अविशष्ठ, सब्जियों के छिलके को भी फेंका जा रहा है. इससे गंदगी के साथ-साथ बदबू फैल रही है. ऐसे में अंतिम संस्कार करते वक्त लोगों के लिए मुक्तिधाम में थोड़ा पल भी बिताना परेशान भरा हो जाता है.

बता दें कि नगर पंचायत को बने 16 साल बीत चुके हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेवार के मुक्तिधाम की व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया है. यहां तक मुक्तिधाम से लगे चीरघर के खिड़कियों-दरवाजे को असामाजिक तत्वों ने उखाड़ फेंका है. रख-रखाव के अभाव में चीरघर शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन चुका है, ऐसे में जब किसी शव के पोस्टमार्टम की नौबत आती है, तो खुले में ही किया जा रहा है.

बोलते-बोलते थक चुके लोग

पथरिया नगर के रहवासी खेलावन साहू कहते हैं कि नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों को हम सब बोलते-बोलते थक गए है. वार्ड 9 स्थित मुक्तिधाम में नगर का मुख्य मुक्तिधाम है, लेकिन फिर भी वहां लगातार कचड़ा फेंका जा रहा है.

सफाई के लिए देंगे निर्देश

पथरिया नगर पंचायत सीएमओ अनुराधा राजमणि ने मुद्दे पर कहा कि मुझे अभी आए कुछ ही दिन हुए हैं. इस संबंध में पता करवाती हूं. कर्मचारियों को मुक्तिधाम में कचड़ा नहीं डालने के साथ सफाई के लिए निर्देश जारी करती हूं.