देहरादून. इन दिनों पूरे देश में वक्फ कानून को लेकर चर्चा है. वहीं इस बीच देवभूमि में मंदिर की प्रॉपर्टी को लेकर भी बहस शुरू हो गई है. मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से भाजपा वक्फ की संपत्ति की चिंता कर रही है, क्या उसी तरह हिंदुओं के तमाम धार्मिक स्थलों की चिंता उनको है?

विधायक ने बयान जारी करते हुए कहा है कि उत्तराखंड में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) है और राजधानी में 50 बीघे के करीब जमीन है. राम नगर में है. लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन के आसपास, समेत देश के अन्य जगहों पर भी समिति की जमीनें हैं. जब वक्फ की संपत्ति की चिंता अगर भारत सरकार कर रही है, तो मैं उम्मीद करता हूं कि बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति कि संपत्ति पर जो अवैध कब्जा है उस पर भी बीजेपी ध्यान दे.
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इस पर बुलडोजर क्यों नहीं चलता- निजामुद्दीन
विधायक ने आगे कहा कि 11 साल से ज्यादा हो गए केंद्र में मोदी सरकार है, 8 साल से ज्यादा हो गए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकारें हैं, छोटे-छोटे विषयों पर बुलडोजर चलता है तो इस पर क्यों नहीं बुलडोजर चलता. अगर कहते हैं कि कोर्ट केस है तो सरकार पैरवी क्यों नहीं कर रही? ये एक गंभीर विषय है. बहुत अच्छा लगेगा पूरे प्रदेश और दुनिया को जब मंदिर समिति की जमीनें कब्जा मुक्त होंगी. इधर बीजेपी का कहना है कि सरकार की दृष्टि इस पर है. सरकार कार्रवाई करेगी.
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