रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महवाही प्रवास के मद्देनजर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने ट्वीट कर जनघोषणा पत्र और जनभावनाओं के अनुरूप मरवाही-पेंड्रा-गौरेला को पृथक जिला बनाए जाने की घोषणा करने की मांग की है.
वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी ने भी पत्र लिखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मरवाही-पेण्ड्रा-गौरेला को जिला बनाने की मांग की है. अजीत जोगी ने बिलासपुर जिला मुख्यालय से 150 किमी दूर छत्तीसगढ़ के आखिरी छोर में बसे आदिवासी बाहुल्य तीनों ब्लॉक मरवाही-पेण्ड्रा-गौरेला जिला बनाने की आवश्यकता बताई. जोगी ने कहा कि जिला मुख्यालय से दूर होने के कारण आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोग शासन द्वारा संचालित योजनाओं के समूल लाभ से वंचित रह जाते हैं, और इन्हें किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिल पाता है.
सुविधाओं से बंचित है क्षेत्र के आदिवासी लोग
इसके अलावा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी यहां किसी भी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. गरीबी तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों को इस सुविधा से भी वंचित रहना पड़ता है. अति पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण यहां का विकास रुका हुआ है. आवागमन के साधन भी न के बराबर है तथा तीन ओर से अंतराज्जीय सीमा से घिरे होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से भी यह क्षेत्र अति संवेदनशील है.
जिला बनाने प्रकाशित किया था राज्यपत्र अधिनियम
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश कांग्रेस की सरकार ने 1 अगस्त 1998 में गरवाही–पेण्ड्रा-गौरेला दूररथ अंचल होने के कारण से जिला बनाने के लिए उक्त क्षेत्र का नाम राज्यपत्र अधिनियम में प्रकाशित किया था, जो किन्ही कारण वर्ष पूर्व नहीं हो पाया था. वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ़ के चुनावी घोषणा पत्र में अति आवश्यक एवं जरुरी क्षेत्रों को उनके मांग अनुरुप जिला बनाने हेतु घोषणा की गई है. इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मरवाही-पेण्ड्रा-गौरेला को जिला बनाना अति आवश्यक है.