कोलकाता। पश्चिम बंगाल चुनाव में अभी चुनाव दूर है, लेकिन भाजपा नेता और गृह मंत्री अमित शाह के दो दिन के बंगाल दौरे के दौरान पूरा माहौल चुनावी नजर आने लगा है. अपने दौरे के दूसरे दिन रविवार को अमित शाह ने बीरभूम जिले में रोड शो किया, जिसमें उमड़ी भीड़ को देख शाह यह कहने से नहीं चूके कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी ऐसा रोड शो नहीं देखा है.

अमित शाह के बंगाल दौरे का दूसरा दिन भी पहले ही दिन की तरह व्यस्तता भरा रहा. शाह ने सबसे पहले बीरभूम के शांतिनिकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय गए, जहां उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद बाउल गायक के परिवार के साथ लंच किया. इस दौरान, बीजेपी नेता दिलीप घोष, कैलाश विजयवर्गीय समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे. भोजन के बाद शाह समेत बीजेपी नेताओं ने गायक से संगीत भी सुना. इसके बाद अमित शाह ने स्टेडियम रोड पर हनुमान मंदिर से बोलपुर सर्किल तक बोलपुर में रोड शो किया.

रोड शो में उमड़े जनसैलाब ने न केवल अमित शाह बल्कि अन्य भाजपा नेताओं के साथ आम लोगों को भी हतप्रभ कर दिया था. रोड शो के दौरान लोग अपने-अपने घरों के छत पर खड़े होकर मोबाइल से फोटो खींच रहे थे, वीडियो बना रहे थे. रोड शो के दौरान उन्होंने ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाए. यहां तक पूरे रोड शो में काफी देर तक ‘जय श्रीराम’ के नारे गूंजते रहा.

अमित शाह ने रोड शो के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आज का जैसा रोड शो मैंने पहले कभी नही देखा. यह रोड शो बंगाल की जनता का नरेंद्र मोदीजी के प्रति विश्वास को दिखाता है. यह जनता का ममता दीदी के प्रति गुस्से का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि बंगाल में जो परिवर्तन होने वाला है, वह विकास के लिए है और इसे आगे ले जाएगा. यह परिवर्तन बांग्लादेश से घुसपैठ को रोकने और राजनीतिक हत्याओं को रोकने के लिए हो रहा है.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अमित शाह में बंगाल में 300 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के मारे जाने पर जांच के एक भी इंच आगे नहीं बढ़ने की बात कही. उन्होंने बंगाल को विकास के हर प्रतिमान में सबसे नीचे बताया. उन्होंने बाहरी बताए जाने पर ममता बैनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या ममता दीदी ऐसा देश चाहती हैं, जहां एक प्रांत का व्यक्ति दूसरे प्रांत में न जा पाए. बंगाल के लोग ऐसी संकीर्ण सोच को बर्दाश्त नहीं करेंगे.