बैंगलुरु. लगता है, पूरे भारत में बीजेपी के लिए अश्वमेध यज्ञ को सफल बनाने का ज़िम्मा लेने वाले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के शानदार ग्रह कर्नाटक के वास्तुदोष का शिकार हो जा रहे हैं. कर्नाटक में आते ही उनके ज़ुबान फिसल जाती है. वे आते हैं पूरे तामझाम, लाव लश्कर के साथ अपने सीएम कैंडिडेट वाइएस येदुरप्पा का प्रचार करने लेकिन उनकी ज़ुबान ऐसी फिसलती है कि वे येदुरप्पा को हीरो की बजाय विलेन की तरह पेश कर देते हैं. उनकी ज़ुबान से ही येदुरप्पा के खिलाफ कुछ ऐसा निकल जाता है. जो उनकी मेहनत पर पानी फेर देता है. 

कर्नाटक में चुनाव होने हैं. इसी को लेकर अमित शाह दो दिन से अपने डेरा-डंडा कर्नाटक में गाड़े हुए हैं. प्रेस वार्ता के दौरान उनकी ज़ुबान फिसल गई. अब सुनिए जुबान फिसली तो अपने सीएम कैंडिडेट को सबसे बड़ा भ्रष्ट बता दिया. ये सुनकर येदुरप्पा का माथा ठनक गया. दूसरी ओर बैठे बीजेपी नेता ने बताया कि साहेब! आपकी ज़ुबान आपका साथ नहीं दे रही है, वो फिसल गई है. तो शाह ने अपनी बात सुधारी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सबसे बड़ा भ्रष्ट बताया.

अब भला ऐसा मौका कौन हाथ से जाने देगा. झांए से सिद्धारमैया ने ट्वीट दाग दिया कि शाह के मुंह से फाइनली सच सामने आ ही गया. इसके साथ उन्होंने अमित शाह का वीडियो भी चस्पा कर दिया.

सुनिए अमित शाह की ज़ुबान कैसे फिसली

 

गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव को लेकर देश की सियासत गर्म है. सूबे की 224 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 12 मई को मतदान होगा. जबकि 15 मई को वोटों की गिनती होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे. इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.

आज

मंगलवार को ये दूसरा मौका है जब बीजेपी कर्नाटक चुनाव को लेकर बैकफुट पर है. इससे पहले चुनाव आयोग की पीसी से पहले आई़टी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया था. इसे लेकर बीजेपी नेतृत्व पर आरोप लग रहे हैं. अब कांग्रेस अमित शाह की फिसली जु़बान पर मज़े ले रही है.

ये पहला मौका नहीं है जब येदुरप्पा की ज़ुबान फिसली हो. इससे पहले अगस्त 2017 में भी उन्होंने सिद्धारमैया की जगह येदुरप्पा का नाम ले लिया था.

14 अगस्त को अमित शाह ने कर्नाटक के दौरे के दौरान बैंगलोर में एक पीसी रखी थी. जिसमें वो कह रहे थे कि कर्नाटक में विकास का काम नहीं हुआ. कांग्रेस पर वार करते-करते उनके मुंह से निकल गया कि येदुरप्पा जी कहते हैं कि केंद्र की बीजेपी सरकार कर्नाटक के विकास के लिए तो पैसे भेजती ही नहीं.