रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के मद्देनज़र भाजपा कार्यालय में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने पार्टी नेताओं की बैठक ली. बैठक में एयरपोर्ट से लेकर बीजेपी कार्यालय तक शाह के भव्य स्वागत पर चर्चा हुई. चर्चा के दौरान नेताओं को शाह के स्वागत की जिम्मेदारियाँ दी गई. बताया जा रहा है कि करीब 800 भाजपा पदाधिकारी, नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी विचारधारा से जुड़े लोगों को CAA, NRC, NPR के मुद्दे पर संबोधित करेंगे. बीजेपी संगठन की माने तो सीएए को लेकर देशभर में हो रहे विरोध के बीच बीजेपी लोगों के बीच जनजागरूकता फैलाने के अभियान में जुटी है. अमित शाह इस दिशा में कोई महत्वपूर्ण टिप्स प्रदेश संगठन को दे सकते हैं.

डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि अमित शाह के साथ अलग से किसी तरह की बैठक का समय नहीं आया है. डेढ़ घंटे का वक़्त मिला है. इसका ही सदुपयोग किया जाना है. चूंकि राष्ट्रीय पदाधिकारी से लेकर राज्य संगठन के तमाम बड़े नेता मौजूद होंगे लिहाजा अलग से बैठक हो सकती है. शाह के दौरे पर रमन सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री बनने का बाद छत्तीसगढ़ में यह उनका पहला दौरा है. लिहाजा इस दौरे को भव्य बनाने की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ भाजपा की है. प्रदेश भर से कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए रायपुर पहुँच रहे हैं. एयरपोर्ट पर प्रदेश नेतृत्व की ओर से आत्मीय स्वागत किया गया जाएगा. गृहमंत्री शाह इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने रायपुर आ रहे हैं. चार राज्यों के मुख्यमंत्री इस बैठक में होंगे, डीजीपी होंगे, पैरा मिलिट्री फोर्स के अधिकारी होंगे. इस कमेटी की बैठक नक्सलवाद, ला एंड आर्डर, आतंकवाद जैसे तीन चार महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी. राज्य के स्पेसिफिक प्रॉब्लम को लेकर चर्चा होगी. हर साल होने वाली यह बैठक है. इस बार छत्तीसगढ़ को यह बैठक आयोजित करने का अवसर मिला है.

अमित शाह इस बैठक के भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर  पहुँचेंगे. 3.30 बजे से 5 बजे तक केन्द्रीय गृहमंत्री का कार्यक्रम भाजपा कार्यालय में है. रमन सिंह ने कहा बीजेपी कार्यालय में शाह के शाही स्वागत की तैयारी हमने की है.

कांग्रेस को क्यूँ डरना

caa पर केंद्रीय गृहमंत्री के होने वाले संबोधन पर कांग्रेस की ओर से की गई टिप्पणी पर रमन सिंह ने कहा कि अमित शाह ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत में सीएए वापस नहीं होगा. यह कानून बन गया है. कांग्रेस अपनी सेहत की चिंता करे. गृहमंत्री सबकी सुरक्षा की चिंता करते हैं उन्हें क्यूं डरना चाहिए.