दिल्ली। पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी खींचतान अपने चरम पर है।

दरअसल, गृहमंत्री और भाजपा के चाणक्य अमित शाह एक बार फिर से बंगाल का दौरा करने वाले हैं। उनके दौरे से पहले ही ममता बनर्जी की पार्टी में भगदड़ शुरू हो गई है। 30 जनवरी को अमित शाह के बंगाल दौरे से ठीक पहले ममता बनर्जी को एक और झटका लगा है और उनकी सरकार में मंत्री राजीब बनर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे को शाह के दौरे से जोड़कर देखा जा रहा है। राजीव बनर्जी के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि वह भी शुभेंदु अधिकारी की तरह भारतीय जनता पार्टी का दामन थामेंगे।

अमित शाह के दौरे से पहले पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की बेटी और तृणमूल विधायक को बगावती तेवर के चलते पार्टी से निकाल दिया गया है। इस इस्तीफे को इसलिए भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि जब पिछले महीने अमित शाह दौरा करने वाले थे, उससे ठीक पहले ममता बनर्जी की टीएमसी में इसी तरह की सियासी भगदड़ देखने को मिली थी और शुभेंदु अधिकारी के बाद एक से एक कई टीएमसी नेता और विधायक ने पार्टी का साथ छोड़ा था। भाजपा ने राज्य में दो सौ पार का नारा दिया है। अब देखना है कि शाह के दौरे के पहले कितने नेता तृणमूल कांग्रेस का दामन छोड़ते हैं।