Amla Navami: अक्षय फल देने वाला आंवला पर्व नौवें रविवार को मनाया जा रहा है. कार्तिक शुक्ल नवमी से पूर्णिमा तक आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे परिवार के साथ बैठकर भोजन करने की परंपरा है. इसलिए इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है. इसके अलावा आध्यात्मिक उन्नति के लिए भोजन, वस्त्र आदि का भी दान किया जाता है. मान्यता है कि आंवले के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करने से मनोकामना पूरी होती है. आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा से जुड़ी कुछ विशेष बातें:

Amla Navami इस दिन परिवार के बुजुर्ग आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं.

  •  महिलाएं अक्षत, चंदन और पुष्प से पूजन करती हैं.
  •  पूजा के बाद खीर, पूड़ी, सब्जी और मिठाई का भोग लगाया जाता है.
  •  पेड़ की छाया के नीचे ब्राह्मण भोजन का आयोजन किया जाता है और प्रसाद चढ़ाया जाता है.
  •  कई जगहों पर भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.
  •  धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन स्नान, दान और तीर्थयात्रा करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है.
  •  पितरों के लिए भोजन, वस्त्र और कंबल का दान करना चाहिए.
  •  आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करना बहुत ही शुभ माना जाता है.