डिब्रूगढ़/अमृतसर. खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ से संबंधित कैदियों के कब्जे से स्मार्टफोन समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए जाने के मामले में असम पुलिस ने डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक निपेन दास को गिरफ्तार कर लिया.

जेल अधिकारी को ‘ढिलाई बरतने’ के आरोप में तड़के गिरफ्तार किया गया और इस समय वह डिब्रूगढ़ सदर पुलिस थाने में है. असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल की उन कोठरियों से पिछले महीने कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए थे, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किए गए कैदियों को रखा गया है.

डीजीपी जीपी सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए बताया था कि अनधिकृत गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद रासुका ब्लॉक के सार्वजनिक क्षेत्र में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. पुलिस अधीक्षक वीवी राकेश रेडी ने बताया कि जेल से उपकरणों की बरामदगी की जांच के दौरान यह पाया गया कि रासुका के तहत बंद कैदियों की जेल अधीक्षक और कर्मचारियों से मिलीभगत थी.

पंजाब से कट्टरपंथी समूह के सदस्यों को डिब्रूगढ़ जेल लाए जाने के बाद से कारागार में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई, जिसके तहत जेल में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और खराब कैमरों की मरम्मत की गई थी या उन्हें बदला गया था.