अमृतसर. “वारिस पंजाब” के प्रमुख और खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले अमृतपाल सिंह जल्द ही संसद सदस्य के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं. उन्हें चार दिनों की पैरोल दी गई है. इस दौरान, अमृतपाल सिंह 5 जुलाई को संसद सदस्य के रूप में शपथ ले सकते हैं. उन्हें कुछ शर्तों के आधार पर पैरोल दी गई है.


शर्तों के अनुसार, अमृतपाल सिंह को पैरोल के दौरान दिल्ली में रहना होगा. उनका यात्रा ठहराव भी दिल्ली में ही होगा. इस दौरान वे अपने घर रईआ नहीं जा सकते, न ही अपने लोकसभा क्षेत्र और न ही पंजाब जा सकते हैं. पैरोल के दौरान भी, अमृतपाल सिंह को सुरक्षा घेरे में रहना होगा. उन्हें हवाई, सड़क या रेल मार्ग से दिल्ली लाया जाएगा, इसे भी गुप्त रखा गया है. पुलिस प्रशासन तय करेगा कि उन्हें दिल्ली कैसे लाया जाएगा.

अमृतपाल सिंह की पैरोल

परिवार ने अमृतपाल सिंह को पंजाब लाने की मांग की अमृतपाल सिंह को पैरोल मिलने की सूचना मिलने के बाद उनके परिवार ने भी प्रतिक्रिया दी है. उनके पिता तरसेम सिंह और माता बलविंदर कौर ने अमृतपाल सिंह को पंजाब आने की अनुमति देने की मांग की है. उनका कहना है कि अमृतपाल को पंजाब आने दिया जाए ताकि वे खडूर साहिब लोकसभा सीट के वोटरों का धन्यवाद कर सकें और उनकी समस्याओं को सुन सकें.

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं अमृतपाल सिंह


बताते चलें कि अमृतपाल सिंह ने जेल में रहते हुए ही कांग्रेस के उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को हराकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. साल 2023 में अमृतपाल सिंह पर अपने समर्थकों के साथ अमृतसर के अजनाला थाने में हिंसा का आरोप है. इस संबंध में उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. 18 मार्च को जब पुलिस अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने गई, तो वह फरार हो गए थे. पंजाब पुलिस ने उनकी तलाश के लिए खोज अभियान चलाया था. अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल को मोगा जिले से गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया.