नई दिल्ली. एमवे इंडिया ने मल्टीलेवल मार्केटिंग (एमएलएम) योजना के जरिये 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की और इसका करीब 70 फीसदी हिस्सा विदेशी बैंक खातों में भेज दिया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हैदराबाद में विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्रा. लि. के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है.
ईडी के मुताबिक, अदालत ने सोमवार को अभियोजन पक्ष की शिकायत पर संज्ञान लिया. ये पूरा मामला एमवे और उसके निदेशकों के खिलाफ तेलंगाना पुलिस की दर्ज कई एफआईआर पर आधारित है. आरोपपत्र के मुताबिक, एमवे इंडिया मल्टीलेवल मार्केटिंग (एमएलएम) के जरिये देशभर में लाखों लोगों को अधिक कीमत वाले कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स पर कमीशन की पेशकश कर अधिक से अधिक लोगों को अपने व्यापार में शामिल करती है. ईडी का आरोप है कि कंपनी ने सामान की बिक्री की आड़ में पैसों का गलत तरीके से सर्कुलेशन किया. लोगों को कमीशन का लालच दिया गया.
इस तरह की कमाई धोखाधड़ी के जरिये कंपनी ने 4,050 करोड़ की कमाई की. ईडी का आरोप है कि कंपनी ने लाभांश, रॉयल्टी और अन्य खर्चों के भुगतान के नाम पर सदस्यों से एकत्र की गई 2,859 करोड़ रुपये से अधिक की राशि विदेशी निवेशकों के बैंक खातों में भेजी. ईडी ने 2022 में एमवे इंडिया के 36 अलग-अलग खातों से करोड़ों रुपये जब्त किए थे. ईडी ने कंपनी की 411.83 करोड़ की अचल और चल संपत्ति तथा 345.96 करोड़ का बैंक बैलेंस अटैच किया था.