धीरज दुबे, कोरबा– एटीएम क्लोनिंग कर लोगों के खाते से पैसे निकालने वाले एक अंतरप्रांतीय ठग गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ने में कोरबा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. गिरोह के पास से 27 नग एटीएम कार्ड, 92,500 रुपए नकद, एक स्विफ्ट कार, एचपी कंपनी का एक लैपटॉप, एटीएम कार्ड राइटर डिवाइस, 2 रीडर डिवाइस, दो डाटा केबल और प्लास्टिक के क्लोनिंग एटीएम कार्ड जब्त किया गया है.
ठग गिरोह के सदस्य मूलत: बिहार के गया जिले के फतेहपुर के रहने वाले हैं. गिरोह का मास्टरमाइंड पॉलिटेक्निक की पढ़ाई किया है. गिरोह के सदस्य शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों के एटीएम के आसपास मण्डराते रहते थे और मौका पाते ही सीधे-साधे लोगों को खाता से पैसा निकालने का मदद करने के बहाने एटीएम को हैंक कर उसकी क्लोनिंग कर लेते थे और पैसे निकाल लेते थे. 9 अक्टूबर को भी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी बस्ती में रहने वाली गिरजा तिवारी के स्टेट बैंक खाते के एटीएम का क्लोन कर उक्त गिरोह ने 1 लाख 20 हजार का आहरण किया था जिसकी शिकायत प्रार्थिया ने की थी.
शिकायत के बाद पुलिस मामले को विवेचना में लिया गया और गंभीर आर्थिक मामला होने के कारण बैंक से संपर्क करके एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराया गया और तत्काल सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर सोशल साइट, फेसबुक, व्हाट्सएप, टेलीग्राम मैसेंजर के माध्यम से आरोपियों का फोटो जारी किया गया. जारी फुटेज के आधार पर दो संदेहियों का पता पुलिस को चला.
मामले का खुलासा करते कोरबा एसपी जितेंद्र मीणा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से उनके रुकने का ठिकाने का पता लगाया गया जिससे पता चला कि कोरबा जिले के सरहदी जिला जांजगीर-चांपा में घटना दिनांक की रात्रि में गिरोह रुके हुए हैं. कोरबा एसपी ने बताया कि 5 जनवरी को सूचना मिली कि ठग गिरोह अंबिकापुर के रास्ते कटघोरा की ओर आ रहे हैं तब उन्हें कटघोरा में घेराबंदी कर पकड़ा गया. अभी आरोपियों से हिरासत में गहन पूछताछ के दौरान कुछ और भी चौकाने वाले तथ्य सामने आने वाले हैं.