अनंग त्रयोदशी मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष और चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनायी जाती है. इस दिन व्रत करने से दाम्पत्य में प्रेम की वृद्धि होती है तथा पति व पुत्र का सुख प्राप्त होता है. त्रयोदशी भगवान शंकर की प्रिय तिथि है और भगवान शंकर दाम्पत्य के आदर्श देवता हैं. अतरू इस दिन व्रत करने से दाम्पत्य में प्रेम बढ़ता है.
व्रत विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर अशोक वृक्ष की दातून करना चाहिए तथा व्रत का संकल्प लेना चाहिए. उत्तम स्थान पर मदनदेव की मूर्ति स्थापित करके गंध-पुष्प आदि से उसका पूजन करें. पूजन में अशोक वृक्ष के पत्ते और फूल चढ़ाने का विशेष फल प्राप्त होता है. उसके बाद घी से बनाए हुए मोदकों का नैवेद्य इस मंत्र के साथ लगाएं-
नमो रामाय कामाय कामदेवस्य मूर्तये।
ब्रह्मविष्णुशिवेन्द्राणां नमरू क्षेमकराय वै।।
इसके बाद फलाहार या उपवास करके रात्रि जागरण करें तथा दूसरे दिन पारण करें. मदनदेव की प्रतिमा या चित्र का पूजा सामग्री सहित दान करें. महाराष्ट्र व बंगाल में यह व्रत विशेष प्रचलित है. ये भगवान शंकर की प्रिय तिथि है और भगवान शंकर दाम्पत्य के आदर्श देवता हैं. अतरू इस दिन व्रत करने से दाम्पत्य में प्रेम बढ़ता है.
अनंग त्रयोदशी पर कैसे करें पूजन
- इस दिन गंगाजल डालकर सर्वप्रथम सुबह स्नान करना चाहिए.
- सफेद वस्त्र धारण करें.
- सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें.
- गणेश जी को सफेद फूल, लड्डू, केला और पंचामृत चढ़ाएं.
- ॐ गणेशाय नमः का जाप करें.
अच्छी सेहत और धन पाने के लिए शिव पूजा
- शिवजी की खास पूजा करें.
- शिवलिंग पर तांबे के लोटे से दूध, दही, गुड़, घी और शहद घोलकर चढ़ाएं.
- शिवजी पर सफेद फूल, सफेद मिठाई, बेलपत्र, केला और अमरूद अर्पित करें.
- ॐ नमः शिवाए का जाप करें.
- 13 सिक्के भी चढ़ाएं.
शीघ्र विवाह के लिए क्या करें
- शिवलिंग पर लाल सिंदूर और सफेद फूल चढ़ाएं.
- 13 बेलपत्र चढ़ाएं और जल में गुड़ घोलकर उस से शिवलिंग का अभिषेक करें.
- शिवजी पर 13 तुलसी पत्र और 13 बताशे भी चढ़ाएं.
- कपूर से आरती करें.
- ॐ उमा महेश्वराय नमः का जाप करें.