सीतामढ़ी। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में हर माह वितरित होने वाले खाद्यान्न और सरकारी राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। करीब 6000 क्विंटल चावल और 5 करोड़ रुपये के गबन के आरोपों की जांच अब नए सिरे से की जाएगी। जिलाधिकारी रिची पांडेय को पहले प्रस्तुत जांच रिपोर्ट से संतोष नहीं होने के कारण उन्होंने दोबारा जांच कराने का निर्देश दिया है।

अब तीन सदस्यीय टीम गठित

पूर्व में यह जांच एडीएम (विभागीय जांच) कुमार धनंजय द्वारा अकेले की जा रही थी। हालांकि, डीएम को रिपोर्ट से कोई ठोस निष्कर्ष नहीं मिला। अब इस मामले की गहराई से जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें एडीएम के साथ-साथ वरीय कोषागार पदाधिकारी और जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी भी शामिल हैं।

मांगी गई विस्तृत रिपोर्ट

जांच के नए चरण में सभी सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना पदाधिकारी) को दोबारा तलब किया गया है। एडीएम ने स्पष्ट किया है कि पहले मिले दस्तावेज और साक्ष्यों के आधार पर किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुँचना संभव नहीं था, इसलिए अब नए सिरे से ठोस साक्ष्य और दस्तावेज मांगे गए हैं।

दस्तावेजों की मांग की गई है

  • प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र की सूची व संचालन स्थल
  • किराए पर संचालित केंद्रों के स्वामी का नाम, पता और किरायानामा
  • खाद्यान्न पंजी, वितरण रजिस्टर, नामांकन रजिस्टर और उपस्थिति पंजी (जनवरी 2023 से अब तक, मूल व छायाप्रति सहित)

सबूतों के साथ उपस्थित होने का निर्देश

सभी अनुमंडलों के सीडीपीओ को दस्तावेजों के साथ निम्न तिथियों पर जांच टीम के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है:

  • बेलसंड अनुमंडल : 29 मई
  • सदर अनुमंडल : 30 मई
    पुपरी अनुमंडल: 31 मई

डीआईओ से डिजिटल साक्ष्यों पर रिपोर्ट मांगी गई

जांच प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए जिला सूचना पदाधिकारी (DIO) को भी निर्देशित किया गया है कि वे परिवादी द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो और अन्य डिजिटल साक्ष्यों पर रिपोर्ट तैयार कर जांच टीम को समर्पित करें।