रायपुर. प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने शासकीयकरण, मानदेय में वृद्धि समेत 9 सूत्रीय मांगों को लेकर बूढ़ा तालाब धरना स्थल में 7 दिवसीय हड़ताल पर हैं. हड़ताल का आज दूसरा दिन है. कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी न होने पर विधानसभा को घेरने की चेतावनी दी है. हड़ताल को तृतीय वर्ग सरकारी कर्मचारी संघ ने अपना समर्थन दिया है.

शिक्षाकर्मियों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को भी शासकीय कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग की है. साथ ही मध्यप्रदेश शासन की तरह 10 हजार रुपए प्रति माह वेतन देने, मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी बनाने, सुपरवाइजर के रिक्त पदों को वरिष्ठता क्रम के आधार पर कार्यकर्ताओं से जल्द भरने, 25 प्रतिशत के बंधन को समाप्त करने समेत 9 सूत्रीय मांग की है.

यह है मांग … 

मोबाइल, नेट चार्ज और मोबाइल भत्ता दिया जाए. भत्ता जब तक प्रदान न हो तब तक बी.एल.ओ सहित मोबाइल संबंधी कार्य न लिया जाए.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं की सेवा के दौरान असामयिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाए. कोविड 19 के दौरान किए गए सेवा कार्यों के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाए.

विभिन्न कारणों से सेवा मुक्त किए गए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को निशर्त सेवा में पुनः बहाल किया जाए.

आंगनबाड़ी सह केश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के रूप में नजदीकी केंद्र में समायोजित किया जाए.