वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। बिलासपुर शहर में नगर निगम की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई ने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। एक कैंसर पीड़ित मासूम के इलाज के लिए उसके माता-पिता रायपुर गए हुए थे, इसी दौरान निगम ने उनके आशियाने पर बुलडोजर चला दिया। बच्चा अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा था और घर पर उसके भाई-बहन रोते-बिलखते रहे, लेकिन किसी ने दया नहीं दिखाई। वहीं घर टूटने की खबर मिलते ही परिजन बच्चे को रायपुर से लेकर पहुंचे। जहां आज उस मासूम की मौत हो गई, जिसके बाद गुस्साए परिजन शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और गेट के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन कर रहे परिजनों की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और जहां मकान तोड़ा गया है, वहीं मकान बना कर दिया जाए।

यह मामला लिंगियाडीह-चिंगराजपारा इलाके का है, जहां नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तहत एक गरीब परिवार का घर ढहा दिया। पीड़ित संतोष यादव और उनकी पत्नी श्रद्धा यादव का कहना है कि पहले निगम के अफसरों ने तोड़फोड़ के लिए केवल 1 कमरे को चिन्हित किया था, पर पूरे मकान को ढहा दिया।

बच्चों ने बताया कि मां-पापा नहीं हैं, 6 साल के भाई को लेकर इलाज के लिए रायपुर गए हैं। परंतु किसी ने उनकी नहीं सुनी, वे रोते-बिलखते रहे और बुलडोजर चला दिया गया। उनका यह भी आरोप है कि उन्हें रहने के लिए आवास दिया गया है, वह एकदम जर्जर है। वहां पानी तक की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में वे अपने परिवार को लेकर कहां जाएं। वहीं कैंसर पीड़ित बच्चे के दम तोड़ने से मोहल्ले के लोग आक्रोशित हैं और भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।