पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हजारों लोग प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे पीओके में पिछले कुछ वर्षों में आयोजित सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन कहा जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई आवामी एक्शन कमेटी (AAC) कर रही है। उन्होंने पीओके के कई जिलों में “शटर डाउन व्हील-जाम” हड़ताल का आह्वान किया है, जिसके कारण पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों से झड़प की भी खबरें हैं। ऐसे में एहतियातन पीओके में इंटरनेट सर्विस को भी बंद करना पड़ा है।
पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से में लोग
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की ज्यादती के खिलाफ आवामी एक्शन कमेटी के नेता शौकत नवाज़ मीर ने कहा, “ये जूतों से मनाने वाले हैं, बातों से नहीं।” रविवार को मीरपुर, कोटली, रावलकोट, नीलम घाटी, केरन समेत कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। मीर ने आगे कहा, “हमारा अभियान किसी संस्था के खिलाफ नहीं, बल्कि उन मौलिक अधिकारों के लिए है जो 70 से ज्यादा सालों से हमारे लोगों को नहीं दिए गए। बहुत हो गया। या तो अधिकार दिलाओ या जनता के गुस्से का सामना करो।”
पुलिस के दमन से आंदोलन स्थगित
हालांकि, पुलिस और सेना की धमकियों के बाद दमन की आशंका के चलते आवामी एक्शन कमेटी ने आंदोलन को अस्थायी रूप से वापस ले लिया है। गठबंधन ने घोषणा की कि विरोध का अगला चरण 15 अक्टूबर से शुरू होगा। पीओके में इतने बड़े स्तर के प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने बड़े पैमाने पर सशस्त्र बलों को तैनात किया है, जिनमें पंजाब प्रांत के हजारों सैनिक शामिल हैं। इस्लामाबाद से भी 1000 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भेजा गया है। विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए पीओके में घुसने और बाहर निकलने के हर रास्तों को बंद कर दिया गया था। कई जगहों पर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।
पाक सरकार ने भेजी फौज
PoK में स्थिति को संभालने के लिए पाकिस्तान सरकार ने 7,000 पुलिसकर्मी और फ्रंटियर फोर्स के जवान PoK में तैनात किए हैं। इन सभी जवानों को राजधानी इस्लामाबाद से PoK में भेजा गया है।
पुलिसकर्मियों का भी फूटा गुस्सा
PoK में आम नागरिकों के अलावा पुलिसकर्मियों ने भी पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने पाक सरकार के सामने 11 मांगें रखीं थीं, जिनमें वेतन बढ़ाने से लेकर जोखिम भत्ता, आवास और सरकारी योजनाओं का लाभ देने जैसी बातें शामिल थीं। हालांकि, पाक सरकार ने उनकी मांगों को खारिज कर दिया है, जिससे पुलिसकर्मियों का गुस्सा भड़क गया और सभी सड़कों पर उतर आए।
इंटीरनेट बंद
अभी हजारों लोग POK की सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर चक्का जाम कर दिया गया है। हालात पर काबू पाने के लिए सरकार ने PoK में इंटरनेट रद कर दिया है।
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